उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने साल 2011 में भट्टा परसौल में किसानों के खिलाफ दर्ज हुए दो मुकदमे वापस ले लिए है। ये मुकदमे किसान नेता मनवीर तेवतिया समेत कई किसानों पर दनकौर कोतवाली में दर्ज हुए थे।दरअसल 2011 में गौतमबुद्धनगर के दनकौर के भट्टा गांव में यमुना एक्सप्रेस वे औधोगिक विकास प्राधिकरण के लिये भूमि अधिग्रहण के खिलाफ किसानों ने आंदोलन किया था। 7 मई 2011 को आंदोलन के दौरान पुलिस तथा प्रशासनिक अफसरों और किसानों के बीच झड़प हुई। इसके बाद गोलियां चल गई थी। जिसमें 2 पुलिसवाले और दो किसान मारे गए थे।
इस मामले में किसानों के खिलाफ डकैती,लूट,अपहरण,बलवा,आगजनी,सरकारी काम में बाधा पहुचाना, सरकारी कर्मचारियों पर हमला करने जैसे आरोपो पर किसानों के खिलाफ 20 मुकदमे दर्ज हुए थे। जिनमें से 13 मुकदमे उस समय की सरकार ने वापस ले लिए थे।
मुकदमे वापस लेने के फैसले के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि निर्दोष किसानों के खिलाफ दर्ज मुकदमों को जनहित एवं न्यायहित में वापस ले लिया गया है। उस वक्त समाजवादी पार्टी ने मई 2011 में बसपा सरकार के कार्यकाल में निर्दोष किसानों का उत्पीड़न करने की नीयत से दर्ज किए गए मुकदमों को वापस लेने की घोषणा पहले ही कर दी थी।