लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस में बड़ी संख्या में खाली पड़े पदों को भरने तथा पुलिस बल को और मजबूत बनाने के लिहाज से उत्तर प्रदेश सरकार एक नवंबर से पुलिस भर्ती प्रक्रिया शुरू कर रही है। इस दौरान 56 हजार से भी अधिक पुलिसकर्मी पुलिस बल, पीएसी, कारागार और दमकल विभाग के लिए भर्ती किए जाएंगे। प्रदेश सरकार के अनुसार, कुल 56,808 भर्तियां होनी हैं। इनमें से 51,216 भर्तियां पुलिस और पीएसी के लिए, 3668 कारागार विभाग के लिए जबकि 1924 दमकल विभाग के लिए होंगी।
प्रमुख सचिव (गृह विभाग) अरविंद कुमार और पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने आज संयुक्त रूप से एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि 51,216 पुलिसकर्मियों की भर्ती की जानी है जिसमें सिविल और पीएसी दोनों जवान शामिल होंगे। इस पद के लिए एक नवंबर से 30 नवंबर तक फॉर्म भरे जाएंगे। इसकी परीक्षा चार और पांच जनवरी 2019 को होने और परीक्षा परिणाम जून 2019 के तीसरे सप्ताह में आने की संभावना है। सिविल कांस्टेबल में 20 प्रतिशत पद महिलाओं के लिए आरक्षित रहेंगे।
उन्होंने बताया कि दमकल विभाग में 1924 पद हैं। इनके लिए पांच नवंबर से चार दिसंबर तक आवेदन किया जा सकता है। इसकी परीक्षा की संभावित तिथि 10 जनवरी 2019 है। परीक्षा परिणाम जुलाई 2019 में आ सकता है। अधिकारियों ने बताया कि कारागार विभाग के लिए 3668 पद हैं। इनके लिए भी आवेदन अगले महीने किया जा सकता है। परीक्षा की संभावित तिथि आठ और नौ जनवरी 2019 है। परीक्षा परिणाम जुलाई 2019 में आने की संभावना है।
किसी भी भर्ती के लिए कोई साक्षात्कार नहीं होगा। कुमार ने बताया कि इन सभी पदों पर निर्धारित आरक्षण लागू होगा। सिविल कांस्टेबल में महिलाओं के लिए 20 फीसदी पद आरक्षित हैं। प्रमुख सचिव ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया के लिए सिर्फ लिखित परीक्षा होगी। साक्षात्कार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सभी पदों पर भर्तियां एजेंसियों के माध्यम से की जाएंगी। परीक्षा के दौरान मजिस्ट्रेट और पुलिस बल भी तैनात किए जाएंगे। किसी प्रकार की गड़बड़ी रोकने के लिए एसटीएफ भी भर्ती परीक्षा पर नजर रखेगी।
उन्होंने कहा कि इससे पहले जून, 2018 में करीब 42 हजार सिपाहियों की भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ियों की शिकायतें आने के बाद पुन:परीक्षा के लिए 25 और 26 अक्टूबर की तारीख तय की गई है। इस परीक्षा में करीब नौ लाख 75 हजार परीक्षार्थी हिस्सा लेंगे।