विदेश से आने वाले लोगो को घर तक पहुंचाने के लिए यूपी रोडवेज बसें और ट्रैक्सी चालाने जा रहा है। ये बसें और टैक्सियां यूपी के विभिन्न शहरों के लिए दिल्ली नोयडा और गाजियाबाद से चलेंगी। इसके लिए यूपी रोडवेज ने किराया भी तय कर दिया है। इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGI) से 250 किलोमीटर के दायरे में टैक्सी से कहीं भी जाने के लिए आपको 10 हजार रुपए की मोटी रकम खर्च करनी होगी। वहीं इससे अधिक दूरी होने पर 40 रुपए प्रति किमी की दर से एक्स्ट्रा चार्ज वसूला जाएगा। यह किराया सियाज कार के लिए है। टैक्सी में सिर्फ दो लोगों को बैठाने की व्यवस्था ही होगी।
राज्य परिवहन विभाग के पत्र में विदेश से भारत लौटे उत्तर प्रदेश के निवासियों के लिए किराए की पूरी सूची जारी की गई है। इसमें बसों के साथ साथ टैक्सी का किराया भी शामिल है। इनोवा जैसी एसयूवी की बुकिंग के लिए पहले 250 किमी के लिए लगभग 12,000 रुपए खर्च करने होंगे। यहां प्रति किमी. अतिरिक्त सफर के लिए 50 रुपए का भुगतान करना होगा। इसके अलावा ac बस की सुविधा भी रोडवेज मुहैया कराएगा 100 किमी के दायरे में जाने के लिए एक सीट के लिए 1500 रु का भुगतान करना होगा। वहीं आगे 101-200 किमी के लिए दोगुना किराया होगा। सोशल डिस्टेंसिंग के लिए एक बस में केवल 26 यात्री बिठाए जाएंगे। यात्रियों की सहूलियत के लिए रोडवेज ने गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर डिपो की लगभग 15 बसों को इस काम मे लगाया है।
30,000 भारतीयों की स्वदेश वापसी
नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को कहा कि वंदे भारत मिशन के दूसरे चरण में 31 देशों से 30,000 भारतीयों की स्वदेश वापसी होगी। इसके लिए 16 मई से 22 मई के बीच 149 विमानों का संचालन किया जाएगा। वंदे भारत मिशन के पहले चरण में एअर इंडिया और उसकी अनुषंगी एअर इंडिया एक्सप्रेस सात मई से 14 मई के बीच 64 विमानों का परिचालन किया। इसके तहत 12 देशों से 14,800 भारतीयों को स्वदेश वापस लाया गया है। हालांकि, इसके लिए उनसे किराया वसूला गया है। कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए देशभर में 25 मार्च से लॉकडाउन लागू है। इसके चलते सभी वाणिज्यिक उड़नों का परिचालन बंद है। देश में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 74,200 का आंकड़ा पार कर चुकी है जबकि 2,400 से अधिक लोगों की इससे मौत हो चुकी है।