नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश पुलिस देश में अपनी तरह की पहली डायल-FIR योजना शुरू करने के लिए तैयार है जहां एक आम आदमी पुलिस थाने जाए बगैर आए दिन होने वाले अपराधों की प्राथमिकी फोन पर ही दर्ज करा सकता है। इसके लिए पुलिस अपराधियों की तस्वीरों का एक ऑनलाइन डोजियर तैयार कर रही है जो पुलिसकर्मियों को 22,000 नए आईपैड्स पर मुहैया कराया जाएगा। पुलिस महानिदेशक (DGP) ओपी सिंह ने बताया कि इसके अलावा, उत्तर प्रदेश पुलिस आतंकवाद रोधी और प्रतिक्रिया नेटवर्क का भी विस्तार कर रही है। इसके लिए विशेष हुनर वाले 100 से ज्यादा नए कमांडो को प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसमें महिला कर्मियों का पहला बैच भी शामिल है।
उन्होंने बताया कि इसका मकसद एटीएस को गुणात्मक और मात्रात्मक दोनों रूप से मजबूत बनाना है। DGP ने कहा, ‘हम जल्द ही राज्य में e-FIR या डायल-FIR योजना शुरू करने जा रहे है। FIR है जो कानून को लागू करती है और जब तक आप पुलिस में मामला दर्ज नहीं कराते तब तक आपकी जांच शुरू नहीं होती। हमने सोचा कि कैसे हम इसे बदल सकते हैं और फिर यह दिखाई दिया कि हमें यूपी पुलिस आपात नंबर 100 पर हर दिन करीब 20,000 शिकायतें मिल रही है। यूपी 100 नंबर पर की जाने वाली शिकायतें कुछ खास श्रेणी की होती है जैसे कि वाहन चोरी।
उन्होंने कहा, ‘अब ऐसे अपराधों के लिए कोई भी आपात नंबर डायल कर सकता है और फोन पर FIR दर्ज करा सकता है। यह नियमित FIR की तरह होगी और लोगों को मामला दर्ज कराने के लिए पुलिस थाने आने की जरुरत नहीं होगी।’ उन्होंने बताया कि गाजियाबाद में इस पर दो महीने के लिए आयोजित की गई पायलट परियोजना सफल रही। सिंह ने बताया कि अपराध से निपटने के लिए राज्य में अपराधियों का एक ऑनलाइन डोजियर भी तैयार किया गया है। DGP ने बताया कि डोजियर से कोई भी मामला शीघ्र सुलझाने में मदद मिलेगी क्योंकि संदिग्धों की पहचान तेजी से की जा सकेगी।