लखनऊ: उत्तर प्रदेश के एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि बिकरू गांव मामले में 21 अभियुक्त नामजद थे जिनमें श्याम यादव, दयाशंकर अग्निहोत्री और शशिकांत दुबे को गिरफ्तार किया गया है। मुख्य आरोपी विकास दुबे समेत 6 अभियुक्त एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं और 11 अभियुक्तों की तलाश जारी है। उन्होंने यह भी बताया कि इस मामले में चौबेपुर के SHO पर केस दर्ज कर लिया गया है।
एनकाउंटर में मारे गए हिस्ट्री शीटर विकास दुबे को लेकर यूपी पुलिस की प्रेस कॉन्फ्रेंस में एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर ने बताया कि 50 हजार रुपए का इनामी बदमाश शशिकांत दुबे को गिरफ्तार कर लिया गया है और लूटे गए असलहों को विकास दुबे के घर से बरामद कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि विकास दुबे के घर से एके-47 मय कारतूस और शशिकांत के घर से इंसास राइफल और कारतूस बरामद किए गए हैं। यूपी के एडीजी लॉ ऐंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि इस मामले में जो भी कार्रवाई होगी, नियम व कानून के अनुसार होगी।
इस बीच विकास दुबे के मारे जाने के मामले की जांच कर रहे एक सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग के प्रमुख सेवानिवृत्त न्यायाधीश शशिकांत अग्रवाल सोमवार को बिकरू गांव पहुंचे। सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि अग्रवाल सबसे पहले पुलिस मुठभेड़ (जिसमें आठ पुलिसकर्मी मारे गये थे) के घटनास्थल बिकरू गांव पहुंचे और ग्रामीणों से बातचीत कर उनसे घटना के बारे में जानकारी ली।
आयोग के बिकरू गांव में पहुंचने की खबर मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार प्रभु और अन्य प्रशासनिक अधिकारी वहां पहुंच गये और आयोग को जानकारियां उपलब्ध करायी। प्रवक्ता ने बताया कि अग्रवाल ने पूरे गांव का दौरा किया और गांव वालों से बिना किसी डर के मुठभेड़ के बारे में जानकारी देने को कहा।
न्यायधीश अग्रवाल निवादा गांव भी गये जहां एक अन्य पुलिस मुठभेड़ में विकास दुबे के रिश्तेदार प्रेम प्रकाश और अतुल दुबे मारे गये थे। अग्रवाल उस स्थान पर भी जा सकते है जहां पुलिस की गाड़ी पलट जाने के बाद विकास ने भागने का प्रयास किया था और बाद में वह पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था।