सीतापुर: उत्तर प्रदेश सरकार के जेल मंत्री जयकुमार जैकी ने कहा कि नेताओं को पढ़ा-लिखा होने की आवश्यकता नहीं है। योगी सरकार के कारागार मंत्री जैकी मंगलवार को सीतपुर जिले के महमूदाबाद में सेठ राम गुलाम इंटर कॉलेज में बच्चों को संबोधित कर रहे थे। उनका यह विवादास्पद बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
जैकी ने कहा कि समाज में पढ़े-लिखे लोग गलत तरीके का माहौल पैदा करते हैं। राज्यमंत्री ने बच्चों से कहा कि लीडर को पढ़ा-लिखा होने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, "मैं मंत्री हूं, मेरे पास निजी सचिव होता है, स्टाफ होता है, विभाग होता है, उसके विभागाध्यक्ष होते हैं।"
उन्होंने बच्चों से कहा, "पढ़ाई के साथ-साथ किसको क्या बनना है, ये पहले ही तय करना चाहिए। इससे अपना लक्ष्य प्राप्त करने में आसानी रहती है। मैंने पढ़ाई के दौरान अपना लक्ष्य तय कर लिया था। मुझे नेता बनना था, इसलिए पढ़ाई के समय से ही अपने भीतर एक लीडर के गुण शामिल करने लगा था।" उन्होंने कहा कि "जेल मुझे नहीं चलानी है, जेल तो जेल अधीक्षक को चलानी है। जेलर बैठते हैं, उन्हें चलानी है। मुझे जेल में यह देखना है कि खाना अच्छा बनना चाहिए। जेल का प्रबंध अच्छा होना चाहिए।"
राज्यमंत्री ने कहा कि "नेता विजनरी होना चाहिए। नेता के ज्ञान का उसकी डिग्री से कोई मतलब नहीं है। अगर मैंने कहा है कि आईटीआई बनना है, तो यह काम इंजीनियर का है कि वह कैसे बनेगा।" मंत्री ने कहा, "आईएएस, आईपीएस जब आपस में बैठते हैं तो कहते हैं कि फला विधायक हाईस्कूल पास है, वो इंटर पास है उसको कुछ आता नहीं है। बिना पढ़े लोग पढ़े-लिखे लोगों को चलाते हैं। समाज में पढ़े-लिखे लोग ही गलत माहौल पैदा कर रहे हैं।"