कोरोना वायरस के चलते देश भर में जारी लॉकडाउन में फंसे उत्तर प्रदेश में प्रवासी कामगार श्रमिकों का आना शुरू हो गया है। रविवाार सुबह ही एक ट्रेन नासिक से आई है। दो और ट्रेन प्रवासी कामगारों श्रमिकों को लेकर गुजरात से पहुंचने वाली है। कल भी महाराष्ट्र से तीन ट्रेन पहुंचेगी। इससे पहले भी दिल्ली, एमपी, गुजरात, राजस्थान, हरियाणा से बड़ी संख्या में प्रवासी कामगार श्रमिक आ चुके हैं। ऐसे में मजदूरों की बढ़ती तादाद को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि 12 से 15 लाख क्षमता के शेल्टर होम और क्वॉरेंटाइन सेंटर तैयार किए जाए।
वहीं मुख्यमंत्री ने कृषि आयुक्त की कमेटी को प्रदेश में 15 लाख मजदूरों के लिए रोजगार की व्यवस्था करने को कहा है। उन्होंने बताया कि कृषि उत्पादन आयुक्त एपीसी की कमेटी को प्रवासी कामगारों श्रमिकों की स्किलिंग करने 15 लाख लोगों की नौकरी और रोजगार उपलब्ध कराने की व्यवस्था तत्काल करने को कहा गया है
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि क्वारन्टीन सेंटर्स पर शुद्ध पेयजल, स्वच्छता, सुरक्षा और शौचालय की व्यवस्था का ध्यान रखा जाए। मुख्यमंत्री ने कम्युनिटी किचन की व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। जिससे हर प्रवासी कामगार श्रमिक को शुद्ध और ताजा भोजन उपलब्ध कराया जा सके। उन्होंने कहा क्वॉरेंटाइन सेंटर में हेल्थ चेकअप के बाद प्रवासी अगर स्वस्थ हैं तो खाद्य सामग्री और भरण पोषण भत्ता उपलब्ध कराकर घर होम क्वारंटाइन के लिए भेजा जाए।
मुख्यमंत्री ने डीएम एसएसपी और सीएमओ को स्वयं ही क्वारंटाइन सेंटर, शेल्टर होम और कम्युनिटी किचन की व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के लिए कहा है। अगर किसी कामगार श्रमिक में अस्वस्थता के लक्षण हो तो क्वारंटाइन सेंटर में ही पूरा चेकअप करा कर अगर पॉजिटिव है तो आइसोलेशन वार्ड में उसकी व्यवस्था कराई जाए।