नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा और इसके बाद सार्वजनिक संपत्तियों को पहुंचे नुकसान पर राज्य सरकार सख्त कदम उठाने जा रही है। राज्य सरकार ने विभिन्न जिलों में हिंसा फैलाने वाले अब तक 498 लोगों को चिह्नित कर लिया है। अब प्रदेश सरकार ने इस लिस्ट को सार्वजनिक कर दिया है। इसमें सबसे ज्यादा 148 हिंसा फैलाने वाले लोग मेरठ जिले के हैं।
प्रदेश सरकार अब इन लोगों को चिह्नित कर कार्रवाई करने जा रही है। उपद्रव में सार्वजनिक सम्पत्तियों के नुकसान की भरपाई के लिए सीएम योगी के निर्देश पर 498 लोगों को चिह्नित कर लिया गया है। इनकी रिपोर्ट शासन को भी उपलब्ध करा दी गई है। इनमें राजधानी लखनऊ के 82, मेरठ के 148, संभल के 26, रामपुर के 79, फिरोजाबाद के 13, कानपुर नगर के 50, मुजफ्फरनगर के 73, मऊ के 8 और बुलंदशहर के 19 लोग शामिल हैं।
उपद्रवियों की संपत्ति से होगी नुकसान की भरपाई
पिछले हफ्ते शुक्रवार को ही नागरिकता कानून के खिलाफ उत्तर प्रदेश में जगह जगह हिंसा और प्रदर्शन हुए थे। इस हिंसा पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाते हुए अधिकारियों को उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा था। साथ ही सीएम योगी ने इस बात के भी निर्देश दिए थे कि आम लोगों को कोई असुविधा ना हो। सीएम ने यह भी कहा था कि किसी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा और सरकार उपद्रव करने वाले लोगों की पहचान कर उनकी संपत्ति नीलाम करेगी और इस पैसे से नुकसान की भरपाई होगी।