नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश सरकार ने फिल्म पद्मावती के रिलीज को लेकर केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय को चिट्ठी लिखी है। यूपी सरकार ने लिखा है कि 1 दिसंबर को फिल्म पद्मावती के रिलीज होने से कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है इसलिए इस फिल्म का रिलीज होना शान्ति व्यवस्था के हित में नहीं होगा। उत्तर प्रदेश सरकार के गृह विभाग की ओर से सूचना-प्रसारण मंत्रालय को भेजी चिट्ठी में कहा गया है कि इस फिल्म के रिलीज को लेकर केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड जनभावनाओं को ध्यान में रखते हुए फैसला ले। चिट्ठी में इस बात का जिक्र किया गया है कि 9 अक्टूबर, 2017 को इस फिल्म के ट्रेलर के लॉन्च होने के बाद से ही विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक और अन्य संगठनों ने विरोध जताया है।
चिट्ठी में गृह विभाग ने लिखा है कि इन संगठनों द्वारा फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाये जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन, नारेबाजी, जुलूस, पुतला दहन, आदि के माध्यम से प्रतिक्रिया जताई जा रही है। इन संगठनों द्वारा रानी पद्मावती के चरित्र को गलत ढंग से प्रदर्शित किये गये दृश्यों को फिल्म से हटाने की मांग की जा रही है साथ ही सिनेमाघरों से इस फिल्म का प्रदर्शन नहीं करने की अपील भी की जा रही है। फिल्म के प्रदर्शित होने पर उनके द्वारा सिनेमाघरों में तोड़फोड़, आगजनी एवं अन्य ढंग से आंदोलन की चेतावनी भी दी गयी है।