लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रचार में सूचना-प्रौद्योगिकी के बोलबाले के बीच सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी :सपा: ने मतदाताओं से जुड़ने के लिये मिस्ड कॉल अभियान शुरू किया है। सपा ने मतदाताओं तक पहुंच बनाने के लिये वन मिनट मेनिफेस्टो नामक अनूठा अभियान शुरू किया है। इसके तहत पार्टी द्वारा दिये गये एक नम्बर पर मिस कॉल करने वाले व्यक्ति को फोन करके उसे एक मिनट के अंदर पार्टी के चुनाव घोषणापत्र के मुख्य बिंदुओं के बारे में बताया जाता है। काम बोलता है के नारे पर चुनाव लड़ रही सपा का दावा है कि गत 11 फरवरी को हुए पहले चरण के चुनाव में उसके तथा कांग्रेस के गठबंधन को ज्यादातर सीटें हासिल हुई हैं, लिहाजा वह चुनावी फिजा को पूरी तरह अपने पक्ष में करने के लिये कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
सपा सम्भावित मतदाताओं को अपनी विकास योजनाओं के बारे में बताकर लुभाने की कोशिश कर रही है। इस मुहिम के तहत अब तक करीब डेढ़ लाख लोगों को संदेश पहुंचाया जा चुका है। यह अभियान सपा के वॉर रूम के सदस्य अशंुमन शर्मा के विचार पर शुरू किया गया है। शर्मा ने इस बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि इस मुहिम के जरिये प्रदेश के उन मतदाताओं तक पहुंचा जा सकेगा, जहां तक हमारे कार्यकर्ता अमूमन नहीं पहुंच पाते। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता आमतौर पर कुछ चुनिन्दा क्षेत्रों में ही हर दरवाजे पर जाकर प्रचार करते और वोट मांगते हैं, लेकिन वह हर जगह नहीं जा सकते। अभियान के तहत 60 सेकेंड की स्कि्रप्ट उन लोगों के लिये है, जिन्होंने सपा के चुनाव घोषणापत्र के बारे में ज्यादा कुछ नहीं सुना है।
शर्मा ने बताया कि एक मिनट के संदेश को इस तरह तैयार किया गया है कि वह सुनने में बोझिल ना लगे असरदार संदेश छोड़कर खत्म हो। इस दौरान चुनाव घोषणापत्र के 16 प्रमुख बिंदुओं का जिक्र किया जाता है। हार्वर्ड विश्वविद्यालय के छात्र रहे अंशुमन शर्मा सपा के वॉर रूम की अनुसंधान, समन्वय एवं संदेश प्रेषण इकाई के प्रमुख हैं और वर्ष 2015 से मुख्यमंत्री अखिलेश के लिये काम कर रहे हैं। मिस्ड कॉल अभियान को लेकर मतदाताओं के रख के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने बताया कि नोएडा, गाजियाबाद, बरेली, लखनऊ तथा कानपुर में शुरू की गयी इस मुहिम को लेकर जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिल रही है। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे चुनाव अलग-अलग चरणों में पहुंचेगा, वैसे-वैसे इस अभियान का दायरा बढ़ाया जाएगा। शर्मा ने बताया कि उनकी टीम किसी भी स्थान पर अखिलेश की रैली से पहले तथा उसके बाद का फीडबैंक मुख्यमंत्री को देती है।