लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के पहले चरण में पश्चिमांचल के 15 जिलों की कुल 73 सीटों पर शनिवार को छिटपुट घटनाओं के बीच 64 प्रतिशत वोट पड़े। निर्वाचन आयोग के सूत्रों के मुताबिक, पहले चरण में मतदाताओं ने काफी जोश-ओ-खरोश से मतदान किया। शाम 5 बजे तक मतदान के लिए मतदान केन्द्र में पहुंचने की समयसीमा खत्म होने तक औसतन 60 प्रतिशत से अधिक वोट पड़ चुके थे।
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पहले चरण में शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, बुलन्दशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, आगरा, फिरोजाबाद, एटा और कासगंज जिलों की 73 सीटों पर मतदान हुआ। मतदान केन्द्रों पर सुबह से ही मतदाताओं की लम्बी-लम्बी कतारें देखी गयीं। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 61.04 प्रतिशत मतदान हुआ था। पहले चरण में विभिन्न पार्टियों के कई छत्रपों की प्रतिष्ठा दांव पर है। नोएडा सीट पर केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह, कैराना सीट से भाजपा सांसद हुकुम सिंह की बेटी मृगांका, मथुरा सीट से भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रीकांत शर्मा तथा कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर, सरधना सीट से भाजपा के विवादास्पद विधायक संगीत सोम तथा थाना भवन सीट से सुरेश राणा समेत कुल 839 उम्मीदवारों का चुनावी भाग्य इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में बंद हो गया।
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मतदान के दौरान कुछ जगहों से झड़पें होने की खबरें मिली हैं। बागपत से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार शहर की बाघू कालोनी में दो समुदायों के बीच एक समुदाय को मतदान से रोकने की कोशिश किए जाने तथा मतदान पर्चियां छीने जाने पर आपस में पथराव तथा मारपीट हुई। इस घटना में 10 लोग घायल हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने सभी घायलों को अस्पताल पहुंचाया। बागपत के ही जिले के बड़ौत स्थित लोयन गांव में बूथ संख्या 35 पर राष्ट्रीय लोकदल (RLD) के कार्यकर्ताओं ने दलित मतदाताओं को रोका और उनकी मतदान पर्ची फाड़ दी। इस मामले में 3 RLD कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मेरठ से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार सरधना सीट से भाजपा विधायक संगीत सोम के भाई गगन सोम को फरीदपुर गांव स्थित मतदान केन्द्र के पास पिस्टल ले जाने पर हिरासत में लिया गया।
मेरठ में ही मंत्री शाहिद मंजूर के काफिले पर बीएसपी समर्थकों द्वारा पथराव किए जाने की खबर है। इसके अलावा कुछ अन्य मतदान केन्द्रों पर भी हंगामे की खबरें हैं। शामली में कुछ दबंगों द्वारा मतदाताओं को वोट डालने से रोके जाने की सूचना मिली है। पहले चरण के चुनाव में एक करोड़ 17 लाख महिलाओं समेत कुल 2 करोड़ 60 लाख 17 हजार 81 मतदाता वोट डाल सकते थे। मतदान के लिए 14 हजार 514 केन्द्र तथा 26 हजार 823 मतदान स्थल बनाए गये थे। स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान के लिये 826 कम्पनी केन्द्रीय बल तथा पुलिस के 8,011 उपनिरीक्षक, 4,823 मुख्य आरक्षी तथा 60 हजार 289 आरक्षियों की तैनाती की गई थी। इसके अलावा 2,268 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 285 जोनल मजिस्ट्रेट तथा 429 स्टैटिक मजिस्ट्रेट भी तैनात किये गए थे। उत्तर प्रदेश में 11 फरवरी से 8 मार्च के बीच 7 चरणों में मतदान होगा।