लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन से नाराज नजर आ रहे मुलायम सिंह यादव के रुख में नरमी देखने को मिली है। उनसे जब पूछा गया कि क्या सपा-कांग्रेस गठबंधन के सभी उम्मीदवारों को उनका आशीर्वाद मिलेगा तो इस पर मुलायम सिंह यादव ने जवाब दिया कि हां बिल्कुल। उनके इस बयान के बाद साफ हो गया है कि कहीं न कहीं मुलायम सिंह यादव के रुख अखिलेश यादव और उनके गठबंधन के फैसले को लेकर रुख नरम हुआ है। वह नौ फरवरी से अखिलेश के समर्थन में प्रचार करेंगे।
इससे पहले मुलायम सिंह यादव ने सपा-कांग्रेस गठबंधन को लेकर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने कहा था कि उप्र चुनाव में कांग्रेस से समाजवादी पार्टी का गठबंधन नहीं होना चाहिए था। इतना ही नहीं उन्होंने यहां तक कह दिया कि चुनाव प्रचार के दौरान वो खुद सपा-कांग्रेस गठबंधन के पक्ष में चुनाव प्रचार करने नहीं जाएंगे। इतना ही नहीं उन्होंने कांग्रेस को दिए गए 105 सीटों पर उम्मीदवार उतारने के लिए भी कह दिया था।
हालांकि उस समय उप्र के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था कि मुलायम सिंह यादव समाजवादी पार्टी के साथ हैं। उन्हें विश्वास है कि मुलायम सिंह यादव सपा-कांग्रेस गठबंधन के लिए प्रचार जरूर करेंगे। पूरा मामला उस समय सामने आया था जब लखनऊ में अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के साथ रोड शो किया था।
इसमें उन्होंने औपचारिक तौर पर गठबंधन का ऐलान किया था। इसी के बाद मुलायम सिंह यादव ने इस गठबंधन पर सवाल खड़े करते हुए आवाज बुलंद की थी। उन्होंने सपा-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवारों के लिए चुनाव प्रचार से इंकार किया था। हालांकि अब उनके रुख में नरमी के संकेत नजर आ रहे हैं।
बुधवार को एक निजी न्यूज चैलन के कार्यक्रम में जब मुलायम सिंह से पूछा गया कि अगर सपा-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार उनसे आशीर्वाद मांगेंगे तो क्या उन्हें आशीर्वाद मिलेगा? इस मुलायम सिंह यादव ने जवाब दिया..हां..बिल्कुल। मुलायम ने अखिलेश को आशीर्वाद देते हुए कहा कि वे नौ फरवरी से चुनाव प्रचार करेंगे।
बता दें कि उप्र में गठबंधन के तहत समाजवादी पार्टी 248 और कांग्रेस 105 सीटों पर चुनाव लड़ रही है।