लखनऊ: कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सियासी दोस्ती के बाद सपा-कांग्रेस गठबंधन में फंसा आखिरी पेंच भी निकल गया। सपा ने अमेठी और रायबरेली की 10 सीटों में आठ सीटें कांग्रेस को दे दीं हैं। अमेठी जिले की अमेठी विधानसभा सीट और रायबरेली की डलमऊ सीट छोड़कर बाकी सीटें राहुल गांधी के हिस्से आ गई हैं।
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सूत्रों के मुताबिक अखिलेश और कांग्रेस के रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मीटिंग में अमेठी और रायबरेली की सीटों पर बात हुई। उसी दौरान अखिलेश अमेठी सदर और रायबरेली की ऊंचाहार सीट छोड़कर बाकी 8 सीटें कांग्रेस को देने को राजी हो गए।
मौजूदा वक्त में अमेठी और रायबरेली की 10 में से 2 सीट कांग्रेस के पास है, जबकि 1 सीट पर पीस पार्टी का कब्जा है। अमेठी सदर से सपा के गायत्री प्रसाद प्रजापति और रायबरेली की ऊंचाहार सीट से मनोज पांडेय विधायक हैं।
प्रजापति और मनोज पांडेय दोनों अखिलेश कैबिनेट में मंत्री भी हैं। इन दोनों सीटों को समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को देने से इनकार कर दिया। रायबरेली की बछरावां, हरचंदपुर, सरेनी और अमेठी की गौरीगंज, सलोन देने को तैयार हो गए।