लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में मोदी लहर ने पार्टी को प्रचंड जीत भले ही दी हो, लेकिन बीजेपी के कुछ ऐसे भी नामी चेहरे रहे, जिन्हें यह लहर भी चुनावी मझधार पार नहीं करा सकी। इनमें कई नाम तो ऐसे भी रहे, जिनकी जीत काफी हद तक तय मानी जा रही थी। आइए, एक नजर डालते हैं बीजेपी के ऐसे ही नामी-गिरामी चेहरों पर:
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लक्ष्मीकांत वाजपेयी।
लक्ष्मीकांत वाजपेयी: 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रहे लक्ष्मीकांत वाजपेयी को इन चुनावों में हार का सामना करना पड़ा। उन्हें मेरठ विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के रफीक अंसारी ने लगभग 30 हजार वोटों से शिकस्त दी।
स्वामी प्रसाद मौर्य (इनके पुत्र चुनाव हारे हैं)
उत्कृष्ट मौर्य: बहुजन समाज पार्टी छोड़कर बीजेपी में आए कद्दावर नेता स्वामी प्रसाद मौर्य भले ही पड़रौना की अपनी सीट जीत गए हों, पर उनके बेटे उत्कृष्ट मौर्य को रायबरेली की ऊंचाहार सीट से हार का सामना करना पड़ा। उन्हें समाजवादी पार्टी के मनोज कुमार पांडेय ने लगभग 2.5 हजार वोटों से हराया।
मृगांका सिंह।
मृगांका सिंह: कैराना से भारतीय जनता पार्टी के सांसद हुकुम सिंह की बेटी को हार का सामना करना पड़ा है। कैराना विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ीं मृगांका को समाजवादी पार्टी के नाहिद हसन ने लगभग 21 हजार वोटों के अंतर से हराया।