नई दिल्ली: समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने उत्तर प्रदेश में सपा और कांग्रेस गठबंधन पर एक बार फिर पलटी मारी। पहले तो कहा था कि वह प्रचार नहीं करेंगे लेकिन अब सोमवार को उन्होंने कहा कि परिवार में कोई विवाद नहीं है और वे कल से ही बेटे अखिलेश के लिए चुनाव प्रचार शुरू करेंगे। 29 जनवरी के बाद यह चौथा मौका है जब मुलायम ने प्रचार के बारे में अलग बयान दिया है। यूपी में 11 फरवरी से 7 फेज की वोटिंग शुरू होने जा रही है।
सोमवार को संसद परिसर में मीडिया ने अमर सिंह के बारे में जब मुलायम से सवाल किए तो उन्होंने कहा, ''अमर सिंह नाराज नहीं हैं। कोई मतभेद नहीं है।'' वहीं, शिवपाल की नाराज़गी पर मुलायम ने कहा, ''शिवपाल नाराज़ नहीं हैं और वह उनसे बात करेंगे।
उसके पहले 29 जनवरी को मुलायम ने सपा-कांग्रेस गठबंधन के लिए चुनाव प्रचार करने से साफ इनकार कर दिया था। लेकिन फिर 1 फरवरी को दिल्ली में मुलायम ने कहा था कि सपा-कांग्रेस के उम्मीदवारों को उनका आशीर्वाद है।
ग़ौरतलब है कि मुलायम शुरु से ही कांग्रेस के साथ गठबंधन के ख़िलाफ़ थे और पार्टी के धमासान में जब बेटे अखिलेश ने बाज़ी मार ली तो उन्होंने पहली फ़र्सत में कांग्रेस से गठबंधन कर लिया था। मुलायम ने इसके बाद कहा था, "मैं इस समझौते के ख़िलाफ़ हूं। मैं कैम्पेन में भी हिस्सा नहीं लूंगा। मैं कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि वो गठबंधन के खिलाफ खड़े हों और जनता तक अपनी बात पहुंचाएं।"
उन्होंने कहा था, "सपा तो अपने दम पर भी लड़ती तो चुनाव जीत जाती। इस गठबंधन की कोई ज़रूरत ही नहीं थी।"