लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण के तहत 15 जिलों की 73 विधानसभा सीटों के लिए शनिवार को वोट डाले जा रहे हैं। शुरुआती दो घंटों में 10.56 प्रतिशत मतदान हुआ। इस बीच, कई स्थानों से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में गड़बड़ियों की शिकायत मिली, जिससे मतदान प्रक्रिया बाधित हुई। हालांकि निर्वाचन अधिकारियों ने इसे तुरंत दूर कर लेने का दावा किया।
राज्य निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह सात बजे मतदान शुरू होने के बाद शुरुआती दो घंटों यानी सुबह नौ बजे तक सभी 15 जिलों में औसतन 10.56 प्रतिशत मतदान हुआ है। आगरा में 10.5 प्रतिशत, अलीगढ़ में 9.71 प्रतिशत, बागपत में 12.67 प्रतिशत, बुलंदशहर में 11.57 प्रतिशत, एटा में 11.75 प्रतिशत, फिरोजाबाद में 8.50 प्रतिशत, नोएडा में 7.67 प्रतिशत, गाजियाबाद में 10.86 प्रतिशत, हापुड़ में 10.17 प्रतिशत और हाथरस में 9.79 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
मतदाता शाम पांच बजे तक वोट डाल सकेंगे। मतदान के लिए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। 826 कंपनी केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है।
बागपत के एक मतदान केंद्र पर ईवीएम में गड़बड़ी आने की शिकायत की गई, जिसकी वजह से मतदान कुछ समय के लिए रुका रहा। वहीं, फिरोजाबाद की लेबर कॉलोनी में बूथ संख्या 169 में शुरुआत के आधे घंटे तक मतदान शुरू नहीं हो सका। इसके बाद ईवीएम में आई तकनीकी खराबी दूर होने पर मतदान शुरू हो पाया।
मतदान के शुरू होने के बाद भाजपा के राष्ट्रीय सचिव व मथुरा से पार्टी के उम्मीदवार श्रीकांत शर्मा भी वोटिंग करने के लिए पहुंचे। उन्होंने पोलिंग स्टेशन पर बेहतर व्यवस्था न होने का आरोप भी लगाया।
मथुरा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार प्रदीप माथुर ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
वहीं, सरधना सीट से भाजपा उम्मीदवार संगीत सोम ने भी वोट डाला। उन्होंने दावा किया कि भाजपा चुनाव में जीत दर्ज कर रही है।
नोएडा विधानसभा सीट पर भी सुबह के समय मतदान केंद्रों के बाहर भीड़ कम देखी गई, लेकिन जैसे-जैसे दिन चढ़ रहा है, लोग मतदान के लिए बाहर निकल रहे हैं।
नोएडा से भाजपा के प्रत्याशी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह ने कहा कि नोएडा में बड़ी संख्या में लोग घरों से बाहर निकलकर वोट करने आ रहे हैं। सुबह में भीड थोड़ी कम थी, लेकिन अब लोग बाहर निकल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि लोगों का उत्साह देखकर ऐसा लग रहा है कि नोएडा में मतदान का प्रतिशत काफी अच्छा रहेगा।
इधर, राज्य निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि पहले चरण के मतदान के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। संवेदनशील इलाकों में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। इवीएम में आई गड़बड़ियों को दूर कर लिया गया है।
अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, "उप्र में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मतदान हमारी प्राथमिकता है। आयोग ने लोगों से अपील की है कि लोकतंत्र के इस महापर्व में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लें।"
पहले चरण में सबसे अधिक आगरा दक्षिण से 26 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि सबसे कम छह उम्मीदवार हस्तिनापुर, इगलास और लोनी विधानसभा सीटों पर हैं।
पहले चरण में कुल 2,60,17,128 मतदाता वोट डालेंगे। इनमें 1,42,76,128 पुरुष और 1,17,76,308 महिलाएं हैं। मतदान के लिए 14,514 केंद्र बनाए गए हैं।
पहले चरण में कुल 839 प्रत्याशी हैं। इसमें महिला प्रत्याशियों की संख्या 77 है। मतदान स्थलों पर 2,362 डिजिटल कैमरे, 1526 वीडियो कैमरे लगाए गए हैं। 2,857 जगहों पर वेब कास्टिंग की व्यवस्था भी की गई है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव के दौरान इन 73 सीटों में से सपा को 24, बसपा को 23, भाजपा को 12, राष्ट्रीय लोकदल को 9 और कांग्रेस को पांच सीटों पर जीत मिली थी।