लखनऊ: साम्प्रदायिक हिंसा को लेकर बरेली के जिलाधिकारी के सोशल मीडिया पर टिप्पणी किये जाने पर उठा विवाद अभी शांत भी नहीं हुआ था कि उत्तर प्रदेश के महानिदेशक (होमगार्डस) सूर्य कुमार शुक्ला द्वारा एक कार्यक्रम में राम मंदिर निर्माण की कथित रूप से ‘शपथ’ लिये जाने का वीडियो वायरल हो गया।
लखनऊ विश्वविद्यालय में दो दिन पहले आयोजित एक कार्यक्रम में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी सूर्य कुमार शुक्ला ने शिरकत की थी। इस कार्यक्रम के एक वीडियो में मंच पर मौजूद लोग हाथ उठाकर अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कराने का संकल्प लेते हुए दिख रहे हैं। उनमें शुक्ला भी शामिल हैं। वीडियो में प्रतिज्ञा ले रहे लोग ‘‘हम सभी रामभक्त यह संकल्प लेते हैं कि जल्द से जल्द राम मंदिर का भव्य निर्माण हो’’ कहते हुए नजर आ रहे हैं।
इस बीच, शुक्ला ने वायरल वीडियो को शरारतन काट-छांट दिखाये जाने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह समरसतापूर्ण माहौल बनाने की शपथ ले रहे थे।
उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में चर्चा हो रही थी कि अगर हिन्दू और मुस्लिम लोग मिलकर अयोध्या में मंदिर निर्माण और कुछ दूरी पर मस्जिद निर्माण की बात करते हैं तो पुराना विवाद निपट जाएगा, और समाज में लोग सद्भावनापूर्ण ढंग से रह सकेंगे। हालांकि इसे सेवा नियमावली का उल्लंघन माना जा रहा है।
समाजवादी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चैधरी का कहना है कि हर अधिकारी अपनी सेवा शर्तों से बंधा हुआ है, जो भी उनका उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई होना वाजिब है। शुक्ला सरकारी ओहदे पर हैं और उन्हें सार्वजनिक मंच पर ऐसी शपथ लेनी की छूट नहीं है। कांग्रेस नेता दीपक सिंह ने कहा कि अभी तक तो नेता ही आम लोगों को मंदिर के नाम पर बेवकूफ बना रहे थे। अब अधिकारी भी ऐसा कर रहे हैं। सरकार को इसका संज्ञान लेना चाहिये।
वहीं, भाजपा प्रवक्ता ने इस मामले पर यह कहते हुए कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया कि उन्होंने अभी आईपीएस अधिकारी का वीडियो नहीं देखा है।
इससे पहले, बरेली के जिलाधिकारी राघवेन्द्र विक्रम सिंह ने गणतंत्र दिवस पर कासगंज शहर में हुई साम्प्रदायिक हिंसा के बाद फेसबुक पर टिप्पणी की थी, जिसे लेकर भी खासा विवाद हुआ था। सिंह ने कहा था कि आजकल अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्रों में जाकर ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लगाये जाने का रिवाज शुरू गया है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि सरकारी अधिकारियों को ऐसी बयानबाजी से बचना चाहिये। उन्होंने बरेली के जिलाधिकारी पर कार्रवाई करने की बात भी कहीं थी।