लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा राज्यविधान परिषद में सदन के नेता तथा सपा सदस्य अहमद हसन नेता प्रतिपक्ष होंगे। वहीं बसपा ने पार्टी से बर्खास्त किये गये नसीमुद्दीन सिद्दीकी को सदन में पार्टी नेता के पद से हटाते हुए उनकी जगह सुनील सिंह चित्तौड़ को यह जिम्मेदारी दी है।
विधानपरिषद के प्रमुख सचिव मोहन यादव ने आज यहां जारी अधिसूचना में बताया कि परिषद ने वर्ष 2017 के लिये कार्य परामर्शदात्री समिति में सदस्यों के नाम तय किये हैं। उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा विधानपरिषद में नेता सदन होंगे। वहीं, सपा के अहमद हसन उच्च सदन में नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाएंगे। यज्ञदत्त शर्मा को सदन में भाजपा का उपनेता बनाया गया है।
उन्होंने बताया कि विधानपरिषद में बसपा ने अपने नेता के रूप में सुनील कुमार चित्तौड़ को मनोनीत किया है और सदन के सभापति रमेश यादव ने उन्हें बसपा के नेता के रूप में मान्यता प्रदान कर दी है।
मालूम हो कि पूर्व में नसीमुद्दीन सिद्दीकी सदन में बसपा और विपक्ष के नेता थे, जिन्हें गत बुधवार को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। अधिसूचना के मुताबिक दिनेश प्रताप सिंह विधान परिषद में कांग्रेस दल के नेता होंगे। सिंह को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में हाल में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से निलम्बित कर दिया गया था।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस की अनुशासनिक समिति के अध्यक्ष रामकृष्ण द्विवेदी ने बताया कि सिंह को खुद पर लगे आरोपों के बारे में एक नोटिस भेजा गया था, जिसका जवाब आ गया है। अब उनसे मुलाकात के बाद उनकी सदस्यता निलम्बन के बारे में कोई फैसला किया जाएगा। इसके अलावा चौधरी मुश्ताक उच्च सदन में राष्ट्रीय लोकदल के, ओम प्रकाश शर्मा शिक्षक दल (गैर-राजनीतिक) के तथा राज बहादुर सिंह चंदेल निर्दलीय समूह के नेता होंगे।