उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा और उनकी पत्नी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दिनेश शर्मा और उनकी पत्नी फिलहाल होम आइसोलेशन में हैं। बता दें कि बीते 15 दिनों में उत्तर प्रदेश में कोरोना का विस्फोट हुआ है। यहां हर दिन 25000 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। इससे पहले उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ भी कोरोना पॉजिटिव हुए थे, इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के कई वरिष्ठ नौकरशाह एवं सीएम के करीबी सहयोगी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।
दिनेश शर्मा ने देर रात ट्वीट कर खुद के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी दी। शर्मा ने ट्वीट कर बताया कि "आज मेरी व मेरी पत्नी के कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी है। हम अपने आपको होम आइसोलेशन में करके चिकित्सकों के परामर्श का पूर्णतः पालन कर रहे हैं।मेरा आग्रह है कि पिछले कुछ दिनों में जो लोग मेरे संपर्क में आये हैं, वो भी जाँच करा लें व कोविड गाईड लाईन का अक्षरशः अनुपालन करें।"
उत्तर प्रदेश में कोरोना के रिकॉर्ड 33214 नए मामले
बुधवार को उत्तर प्रदेश में कोरोना का नया रिकॉर्ड बन गया। प्रदेश में बुधवार को कोरोना वायरस से एक दिन में अब तक सर्वाधिक 187 लोगों की मौत हो गई जबकि रिकॉर्ड 33,214 नये मामले सामने आये। लखनऊ में पिछले 24 घंटे में 5902, प्रयागराज में 1828 नए मामले सामने आए। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोविड-19 से 33,214 और लोग संक्रमित पाये गये जिससे अब कुल संक्रमितों का आंकड़ा 9,42,511 हो गया है। उन्होंने बताया कि 187 और मरीजों की मौत होने के साथ ही अब तक कुल 10,346 लोग इस वायरस से अपनी जान गंवा चुके हैं। यूपी में कोरोना के कुल एक्टिव केस 242265 हैं।
इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 के मरीजों को दी जाने वाली रेमडेसिविर और फैबीफ्लू जैसी जीवनरक्षक दवाओं की कालाबाजारी रोकने के लिए एक विशेष टीम गठित कर छापामार कार्रवाई करने के निर्देश दिए। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी ने टीम-11 की बैठक में रेमडेसिविर इंजेक्शन और फैबीफ्लू जैसी जीवनरक्षक मानी जा रही दवाओं की आपूर्ति की विस्तृत समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवनरक्षक दवाओं की निर्बाध आपूर्ति के लिए इनकी लगातार निगरानी की जाए। रेमेडेसीवीर उत्पादनकर्ता कंपनियों से लगातार संपर्क में रहें। इसके अलावा, सभी ऑक्सीजन रीफिल केंद्रों पर जिम्मेदार अधिकारियों की तैनाती की जाए। यह सुनिश्चित करें कि ऑक्सीजन का वितरण पारदर्शी ढंग से हो। ऑक्सीजन टैंकर को जीपीएस से जोड़ा जाए तथा प्लांट्स पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुखद है कि पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 14 हजार से भी अधिक मरीज कोविड संक्रमण से ठीक होकर अस्पतालों से डिस्चार्ज हुए हैं। प्रदेशवासी धैर्य और संयम बनाये रखें। उच्चस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं हों अथवा जीवनरक्षक दवाओं की उपलब्धता, किसी भी चीज का अभाव नहीं है। कोविड के लक्षण दिखें तो टेस्ट कराएं, चिकित्सकों के निर्देशों का पालन करें।