लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से 2 और लोगों की मौत हो गई, जिसके चलते सूबे में मृतकों का आंकड़ा 13 हो गया है। राज्य में गुरुवार को 78 नए मामले सामने आने के साथ कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्तियों की तादाद बढ़कर 805 हो गयी है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमित 2 और लोगों की मौत हो गई है। इस तरह इस बीमारी से मरने वालों की तादाद बढ़कर 13 हो गई है।
मरने वालों में सबसे ज्यादा आगरा के
स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, मरने वालों में सबसे ज्यादा 5 लोग आगरा के हैं। इसके अलावा मुरादाबाद में 2 लोगों की मौत हुई है। लखनऊ, कानपुर, बस्ती, मेरठ, बुलंदशहर और वाराणसी में कोविड-19 की चपेट में आए एक-एक व्यक्ति की मृत्यु हो चुकी है। राज्य में गुरुवार को कोरोना वासरस संक्रमण के 78 नए मामले सामने आये। इस तरह राज्य में संक्रमित लोगों की कुल संख्या 805 हो गयी है। ये मामले 48 जिलों के हैं। इनमें से अब तक 74 लोग पूरी तरह ठीक हो चुके हैं।
‘पूल टेस्ट शुरू करने वाला यूपी पहला राज्य’
इस बीच, स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में कोविड-19 का पूल टेस्ट शुरू कर दिया गया है। ऐसा करने वाला यह देश का पहला राज्य है। बुधवार को आगरा में 150 नमूनों को 5-5 के 30 पूल बनाकर जांचा गया। सबकी रिपोर्ट नेगेटिव प्राप्त हुई है। उन्होंने कहा कि वे नमूने आगरा के ‘कंटेनमेंट जोन’ से बाहर के ‘बफर जोन’ से मंगवाए गए थे। उन्होंने कहा, ‘हम देखना चाह रहे थे कि क्या संक्रमण ‘कंटेनमेंट जोन’ तक ही सीमित है, या फिर उसके बाहर भी पहुंचा है। आज से हम प्रदेश के अन्य जिलों में भी पूल टेस्ट शुरू कराएंगे।’
‘लगातार बढ़ रही है सैम्पलिंग और टेस्टिंग’
प्रसाद ने बताया कि प्रदेश में सैम्पलिंग और टेस्टिंग लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा, ‘बुधवार को भी 2615 नमूने की जांच की गई, जबकि 3000 से ज्यादा नमूने प्रयोगशालाओं को भेजे गए हैं। अब लैब की संख्या और क्षमता बढ़ रही है। इसी वजह से अब हम ज्यादा संख्या में नमूने एकत्र कर पा रहे हैं। जांच जितनी ज्यादा बढ़ेगी, जितनी जल्दी हम मामलों को पकड़ लेंगे, उतनी ही प्रभावी उसकी रोकथाम होगी।’ उन्होंने बताया कि चिकित्सा शिक्षा विभाग अब कोरोना वायरस से मरने वालों का ‘डेथ आडिट’ करेगा।
’15 अप्रैल तक 72 लाख से ज्यादा का सर्वे’
प्रसाद ने कहा कि जिनकी इस संक्रमण के कारण मौत हुई है, उनकी पूरी ऑडिटिंग होगी, जिससे भविष्य में आने वाले प्रकरणों के इलाज में मार्गदर्शन मिल सके। प्रसाद ने बताया कि 15 अप्रैल तक सर्विलांस एवं कंटेनमेंट की कार्रवाई के तहत 14.74 लाख घरों के 72 लाख एक हजार 799 लोगों का सर्वेक्षण हो चुका है। जिन लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए हैं, उन्हें सलाह दी गई है, या उन्हें पृथक किया गया है। (भाषा)