लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आतंकी हमले के खतरे को देखते हुए उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मध्यप्रदेश पुलिस के खुफिया विभाग ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश पुलिस को अलर्ट जारी किया है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आतंकी हमला हो सकता है। इसके बाद से ही उप्र गृह विभाग की सर्तकता बढ़ गई है। हालांकि, पुलिस के आला अधिकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा पूरी तरह से चाक चौबंद है, उनको किसी तरह का खतरा नहीं है।
उप्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) प्रवीण कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा पहले ही चाक चौबंद है। समय-समय पर हम सुरक्षा की समीक्षा करते रहते हैं और इस दौरान जो कमियां दिखती हैं उस पर काम भी करते हैं। उन्होंने कहा कि सभी तरह के वीवीआईपी यहां आते रहते हैं, लिहाजा उन्हें देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की गई है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमले की साजिश एनसीआर के साथ ही उत्तर प्रदेश में रची जा रही है। आतंकी हमले के दौरान ही योगी आदित्यनाथ को निशाना बनाने की योजना है। इस अलर्ट के बाद लखनऊ के साथ ही दौरे पर योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। लखनऊ में मुख्यमंत्री कार्यालय एनेक्सी व लोक भवन में भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। मुख्यमंत्री कार्यालय की तस्वीर एकदम बदल गई है। मेटल डिटेक्टर से लेकर पुलिस जवानों की संख्या सब कुछ चौकस कर दी गई है। काफी संख्या में एलआईयू के जवानों को भी परिसर में तैनात किया गया है।
अलर्ट में कहा गया है कि योगी के दिल्ली प्रवास के समय भी उन पर हमला किया जा सकता है। जरूरी है कि उनकी सुरक्षा बढ़ाई जाए। अलर्ट के मुताबिक स्वतंत्रता दिवस पर उत्तर प्रदेश और एनसीआर में बड़ी आतंकी वारदात की साजिश रची जा रही है। हमले को अंजाम देने के लिए कम उम्र के लड़कों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
मध्य प्रदेश पुलिस की ओर से जारी अलर्ट में यह भी बताया गया है कि आतंकी उप्र के अहम धार्मिक स्थलों को निशाना बना सकते हैं। स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त) बेहद करीब है। पूरे देश में इसकी तैयारी की जा रही है, इसी बीच मध्य प्रदेश पुलिस के खुफिया विभाग से जानकारी मिली कि आदित्यनाथ पर आतंकी हमला हो सकता है। इसके लिए दिल्ली को भी अलर्ट किया गया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अलर्ट मे कहा गया है कि योगी के दिल्ली प्रवास के दौरान भी सुरक्षा बढ़ाने की जरूरत है। एनसीआर में बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए कम उम्र के लड़कों को इसके लिए प्रशिक्षित किया गया है। (IANS)