लखनऊ। शहरों को छोड़ उत्तर प्रदेश में अपने गांवों की ओर निकले लोग सीधे अपने गांव में नहीं पहुंच सकेंगे। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने निर्देश दिया है कि जो लोग बाहर के राज्यों से उत्तर प्रदेश में दाखिल हो रहे हैं उन्हें जिला मुख्यालय पर क्वारंटाइन किया जाएगा और 14 दिन तक निगरानी में रखा जाएगा। योगी सरकार ने प्रसाशन से कहा है कि कोई जिम्मेदार अधिकारी बाहर से आए लोगों को रिसीव करे और उनके भोजन और पानी की व्यवस्था को सुनिश्चित कर उन्हें 14 दिन के लिए क्वारंटाइन पर भेजे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा है कि जो लोग बाहर के राज्यों से उत्तर प्रदेश में दाखिल हो रहे हैं उनका क्वारंटाइन से पहले हेल्थ चोकअप किया जाएगा और हेल्थ चेकअप के दौरान जो लोग जरा भी बीमार दिखें उन्हें तुरंत जिला अस्पताल में आइसोलेशन में भेज दिया जाए। बाकी जो लोग रहें उन्हें जिला मुख्यालय पर किसी सरकारी विद्यालय, हॉस्टल या अन्य इमारत में 14 दिन के लिए क्वारंटाइन किया जाए और उसके बाद ही गांव भेजा जाए।
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के अबतक 55 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें 11 लोग ठीक भी हुए हैं। लेकिन राज्य में जिस भीड़ में शहरों से लोग अपने गांवों की तरफ लौट रहे हैं उससे उनके संक्रमित होने की आशंका बढ़ गई है और अगर वे गांव पहुंचते हैं तो गांवों के लोगों के भी संक्रमित होने की आशंका बढ़ जाएगी। राज्य सरकार ने एहतियात के तौर पर बाहर के राज्यों से आए लोगों को जिला मुख्यालय में क्वारंटाइन करने का फैसला किया है।
दुनियाभर में तो कोरोना वायरस के मामले बढ़ ही रहे हैं, साथ भारत में भी मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने ताजा आंकड़े जारी किए हैं जिनके मुताबिक रविवार सुबह 10 बजे तक देश में कुल 979 मामले हो गए हैं। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक कुल मामलों में 86 लोग ऐसे भी हैं जो पूरी तरह से ठीक हो गए है और 1 व्यक्ति को माइग्रेट किया गया है, लेकिन इन मामलों में 25 केस ऐसे भी हैं जहां पर कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति की मृत्यु हुई है।