गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को गाजियाबाद के इंदिरापुरम में बने कैलाश मानसरोवर भवन का लोकार्पण किया। इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कैलाश मानसरोवर भवन का शिलान्यास वर्ष 2017 में हुआ था। आज इस भवन को लोकार्पित कर आपको सौंपते हुए मुझे गौरव की अनुभूति हो रही है। मैं आप सबको हृदय से बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। कैलाश मानसरोवर भवन बनाने की मांग यहां के जनप्रतिनिधियों ने शासन के सामने रखी थी। कैलाश मानसरोवर यात्रा के शुभारंभ कार्यक्रम के समय फैसला किया गया कि यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को 50 हजार की जगह 1 लाख रुपए दिए जाएंगे, तो उस समय बात हुई कि यहां एक भवन भी बनना चाहिए।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा कि गाजियाबाद में कैलाश मानसरोवर निर्माण के लिए हमने जमीन की भी कीमत दी है। आज हम यह भव्य भवन उन सभी श्रद्धालुओं को समर्पित करते हैं जो कैलाश मानसरोवर से लेकर सिंधु दर्शन, बद्रीनाथ, केदारनाथ जी, गंगोत्री और यमुनोत्री जी के दर्शन के लिए जाना चाहते हैं। मैं जानता हूं कि हम लोग जो भी कार्य करेंगे वह नियमों का पालन करते हुए ही करेंगे। पहले वाली भूमि पर NGT ने आपत्ति की, तो यह फैसला लिया गया कि उसे खारिज कर भवन ऐसे स्थान पर बनाएंगे, जहां शासन ज़मीन को क्रय करेगा और भूमि उस भवन के नाम पर ही होगी। हमने धर्मार्थ कार्य विभाग के महानिदेशक का गठन किया है क्योंकि हमारे यह धार्मिक केंद्र श्रद्धा का केंद्र होने के साथ ही पर्यटन और रोजगार के बड़े माध्यम हैं।
जानिए क्यों खास है गाजियाबाद के इंदिरापुरम में कैलाश मानसरोवर भवन
- गाजियाबाद के इंदिरापुरम में बना कैलाश मानसरोवर भवन सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट में एक है। फाइव स्टार होटल की सुविधाओं वाले भवन में यात्रियों को रहने के साथ योग और ध्यान लगाने जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी। सिर्फ कैलास मानसरोवर ही नहीं बल्कि चार धाम और लेह लद्दाख की यात्रा पर जाने वाले लोग भी इसका लाभ ले सकेंगे।
- 9 हजार वर्गमीटर भूमि पर बने भवन का निर्माण जयपुरी पत्थरों से किया गया है। इसमें कुल 46 कमरे चार सीटर, 48 कमरे दो सीटर हैं। एक बार में कुल 280 लोग यहां रुक सकेंगे। भवन की एंट्री से लेकर हर कमरे तक में भगवान शंकर के भक्ति गीत सुनाई देंगे।
- इसके साथ ही यहां आने वाले यात्री योग और ध्यान का भी लाभ ले सकें, इसके लिए अलग-अलग हाल का निर्माण किया गया है। यहां आने वाले यात्रियों के लिए 188 कारों की पार्किग भी बनाई गई है। चार मंजिला भवन केंद्रीयकृत वातानुकूलित होगा।
स्वीकृत से कम लागत में हुआ तैयार
कैलास मानसरोवर भवन उन परियोजनाओं में भी शामिल हो गया है जो स्वीकृत से भी काम लागत में पूरी कर ली गईं हैं। भवन निर्माण के लिए 69.48 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए थे। इसका निर्माण 62.34 करोड़ रुपये में पूरा कर लिया गया है।