सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि उन पर ‘मुजफ्फरनगर दंगों का कलंक है’, इसलिए वे कैराना लोकसभा उपचुनाव के प्रचार में भागीदारी नहीं कर रहे। योगी कैराना लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए भाजपा की प्रत्याशी मृगांका सिंह के समर्थन में अम्बहेटा कस्बे में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। यह सीट मृगांका के पिता और भाजपा के वरिष्ठ नेता हुकुम सिंह के निधन के बाद खाली हो गई थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस उपचुनाव में सपा ने दूसरों के कंधे पर बंदूक रखकर चलाने की कोशिश की है। जाहिर तौर पर उनका इशारा सपा के समर्थन से कैराना में रालोद की तबस्सुम हसन को प्रत्याशी बनाने की ओर था। योगी ने कहा कि सपा अध्यक्ष में इतनी हिम्मत नहीं है कि वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आकर यहां की जनता के बीच अपनी बात कह सकें क्योंकि ‘मुजफ्फरनगर दंगे का कलंक उन पर है।’ उन्होंने कहा, ‘‘उनके हाथ निर्दोषों की हत्या से सने हैं। इसलिए वह चुनाव प्रचार में भागीदारी नहीं कर सकते लेकिन जनता को गुमराह जरूर कर सकते हैं।’’
योगी ने आरोप लगाया कि हमसे पहले की सरकारों ने जाति, धर्म और सम्प्रदाय के आधार पर नीतियां बनाई थीं लेकिन भाजपा ने इस आधार पर कोई नीति नहीं बनाई, बल्कि सबका साथ-सबका विकास के आधार पर नीतियां बनाईं जिसका परिणाम यह हुआ कि प्रदेश के किसानों का कर्ज माफ किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हमारी सरकार आने से पूर्व अराजकता का माहौल था। किसान, नौजवान आत्महत्या कर रहे थे। पूरे प्रदेश में अपराध बढ़ रहा था, कर्मचारियों के वेतन का पैसा नहीं था। इसी कारण ऐसी नीतियां बनाई गईं जिससे उत्तर प्रदेश में एक परिवर्तन नजर आए।
उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों ने चीनी मिलों को औने-पौने दाम में बेचने का काम किया लेकिन भाजपा अब इन चीनी मिलों को उनसे वापस लेकर फिर से चलाने का काम कर रही है। सहारनपुर की बिडवी चीनी मिल भी उन्ही मिलों में शामिल है। मुख्यमंत्री ने जनसभा में आये लोगों से मतदान करने ओर भाजपा प्रत्याशी को विजयी बनाने की अपील की। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी उपस्थित थे।