लखनऊ: लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा मामले में उत्तर प्रदेश सरकार ने बयान जारी किया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने बयान में कहा कि 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखीमपुर की घटना पर दुख जताया। सरकार इस घटना के कारणों की तह में जाएगी और घटना में शामिल तत्वों को बेनकाब करेगी व दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करेगी।' एडिशनल एसपी अरुण कुमार सिंह ने रविवार को बताया कि लखीमपुर की घटना में 8 लोगों की मौत हो गई है। इस घटना के बाद लखीमपुर खीरी में इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
लोगों से घरों पर ही रहने की अपील
उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में अपने बयान में आगे कहा गया है कि मौके पर शासन द्वारा अपर मुख्य सचिव नियुक्ति, कार्मिक एवं कृषि, एडीजी कानून व्यवस्था, आयुक्त लखनऊ तथा आईजी लखनऊ मौजूद हैं तथा स्थिति को नियंत्रण को रखते हुए घटना के कारणों की गहराई से जांच कर रहे हैं। घटना में लिप्त जो भी जिम्मेदारी होगा, सरकार उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही करेगी। क्षेत्र के सभी लोगों से अपील है कि वे अपने घरों पर ही रहें और किसी के बहकावे में न आएं, मौके पर शांति व्यवस्था कायम रखने में अपना योगदान दें। किसी प्रकार के निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले मौके पर हो रही जांच तथा कार्यवाही का इंतजार करें।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र ने दी सफाई
लखीमपुर खीरी की घटना पर केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं की दुखद मृत्यु हुई है। हमारे तीन कार्यकर्ता और ड्राइवर मारा गया है। हम इसके खिलाफ एफआईआर कराएंगे, इसमें शामिल सभी लोगों पर धारा 302 का केस लगाया जाएगा। उन्होंने गाड़ियों को सड़क से नीचे खाई में धक्का दिया। उन्होंने गाड़ियों में आग लगाई, तोड़फोड़ की। मेरा बेटा कार्यक्रम खत्म होने तक वहीं (कार्यक्रम स्थल) था, उन्होंने जिस तरह से घटनाएं की हैं अगर मेरा बेटा वहां (घटनास्थल पर) होता तो वो उसकी भी पीटकर हत्या कर देते। किसानों के बीच छुपे हुए कुछ उपद्रवी तत्वों ने उनकी (भाजपा कार्यकर्ताओं) गाड़ियों पर पथराव किया, लाठी-डंडे से वार करने शुरू किए। फिर उन्हें खींचकर लाठी-डंडों और तलवारों से मारापीटा, इसके वीडियो भी हमारे पास हैं।
हिंसा में 4 किसानों समेत अबतक 8 की मौत
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे को लेकर किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान रविवार को यहां भड़की हिंसा में 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई। यह घटना तिकोनिया कोतवाली क्षेत्र के तिकोनिया-बनबीरपुर मार्ग पर हुई। खबरों के मुताबिक दो एसयूवी वाहनों द्वारा कथित रूप से प्रदर्शनकारियों को टक्कर मारे जाने के बाद नाराज किसानों ने दो एसयूवी (स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल) में आग लगा दी। खीरी के जिलाधिकारी डॉ.अरविंद कुमार चौरसिया ने तिकोनिया में मीडियाकर्मियों को बताया कि इस घटना में चार किसान और चार अन्य (एसयूवी सवार) मारे गए।
इस बीच, मृतक किसानों की पहचान बहराइच जिले के नानपारा निवासी दलजीत सिंह व गुरविंदर सिंह तथा पलिया-खीरी के लवप्रीत सिंह और नछत्तर सिंह के रूप में हुई है। दो एसयूवी चालकों समेत चार अन्य की पहचान अभी नहीं हो पाई है। किसान मौर्य के बनबीरपुर दौरे का विरोध कर रहे थे जो केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और खीरी से सांसद अजय कुमार मिश्रा का पैतृक गांव है। प्रदर्शनकारियों को कथित रूप से कुचले जाने की घटना से नाराज लोगों ने दो गाड़ियों को जबरन रोककर उनमें आग लगा दी। उन्होंने कथित तौर पर कुछ यात्रियों की भी पिटाई की है। किसानों का आरोप है कि एक वाहन में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री मिश्रा का बेटा सवार था, हालांकि मिश्रा ने आरोप को खारिज किया है। इस घटना को लेकर विपक्षी दलों समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रीय लोकदल और भारतीय किसान यूनियन ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और घटना के लिए भाजपा और गृह राज्य मंत्री के पुत्र पर आरोप लगाया है।