लखनऊ: उत्तर प्रदेश में तेजी से हर कुछ भगवा रंग में रंगी जा रही है। लखनऊ के लोकभवन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दफ्तर भी अब भगवा रंग का हो रहा है। अभी तक एनेक्सी सफेद रंग की थी लेकिन अब इसपर भगवा रंग चढ़ रहा है। मज़दूर और कारीगर एनेक्सी के ऊपर की पट्टी भी भगवा रंग में रंगने में लगी हैं। जानकारी के मुताबिक करीब 500 लीटर भगवा पेंट से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का दफ्तर पेंट किया जायेगा।
योगी आदित्यनाथ जबसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने हैं तब से कई चीजें भगवा रंग में रंग गई हैं। केवल मुख्यमंत्री एनेक्सी ही नहीं बल्कि योगी सरकार के कई मंत्रियों के दफ्तर भी भगवा होने लगे हैं। मुस्लिम वक्फ मंत्री मोहसिन रज़ा ने तो अपने दफ्तर जाने के रास्ते को भी भगवा कर दिया है।
योगीराज में चढ़ता भगवा रंग
योगी सरकार का भगवा प्रेम लखनऊ में हर जगह नज़र आ रहा है। सरकारी कार्यक्रमों के पंडाल भगवा हो गए है। सूचना विभाग की डायरी, होर्डिंग्स पर भी भगवा रंग है यहां तक कि प्रधानमंत्री आवास योजना के घर भी भगवा में रंगे हैं। अब सरकारी बसें भी भगवा रंग में तब्दील हो चुकी है। केवल बसें ही नहीं बल्कि सरकारी योजनाओं के तहत वितरित किए गए रिक्शे से लेकर ठेले तक भगवा रंग में रंग चुकी हैं।
क्रिकेट टीम का भगवा स्वागत
कुछ दिन पहले जब क्रिकेट मैच के लिये न्यूज़ीलैंड और भारतीय क्रिकेट टीम कानपुर पहुंची तो उनक स्वागत भी भगवा गमछों से किया गया लेकिन विपक्ष को ये भगवा रंग रास नहीं आ रहा है। विपक्ष का कहना है कि योगीं सरकार भगवा सियासत करने की कोशिश में है लेकिन सरकार का इसे महज सियासी विरोध बता रही है।
यूपी में रंगों का सियासत से पुराना रिश्ता
यूपी में रंगों का सियासत से पुराना रिश्ता है। मायावती के वक्त डिवाइडर से लेकर सरकारी बसें तक नीली हो गई थी। अखिलेश यादव जब सीएम बने तो सरकारी बसें समाजवादी पार्टी के रंग में रंग गई थीं लेकिन अब मुख्यमंत्री के दफ्तर पर भगवा रंग चढ़ने से विपक्ष सवाल खड़े कर रहा है। चूंकि एनेक्सी भगवा हुई है इसलिए सवाल उठ रहे हैं कि सीएम सबके होते हैं तो उसको भगवा रंग से क्यों रंगा जा रहा है।