शाहजहांपुर (उत्तर प्रदेश): भाजपा विधायक रोशन लाल वर्मा ने अपने पुत्र पर दुराचार के आरोपों के साथ ही खुद पर जमीन कब्जाने के इल्जामों को 'झूठ' करार देते हुए आज कहा कि वह झूठे आरोपों से इतना टूट गए हैं कि आत्महत्या करने का मन करता है।
तिलहर क्षेत्र के भाजपा विधायक वर्मा ने कहा कि समाजवादी पार्टी के लोग राजनीति करके उन पर अनर्गल आरोप लगवा रहे हैं तथा आरोप लगाने वाले आत्मदाह की धमकी दे रहे हैं। इन झूठे आरोपों के चलते हमें मानसिक रुप से परेशान किया जा रहा है जिससे कहीं ना कहीं जनता का ही नुकसान हो रहा है।
विधायक का कहना है तीन बार से विधायक होने की वजह से छवि खराब करने की कोशिश की जा रही है। वर्मा ने दावा किया कि उन्होंने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक से जांच करवाने को कहा है।
निगोही क्षेत्र की 28 वर्षीय महिला ने 2011 में आरोप लगाया था कि विधायक के पुत्र मनोज वर्मा ने उसका अपहरण कर बंधक बनाकर दुष्कर्म किया था। आरोप थे कि जिस गाड़ी से अपहरण किया गया था उसमें विधायक भी बैठे थे। इस प्रकरण में सीबीसीआईडी ने विधायक व उनके पुत्र को क्लीन चिट दे दी थी वहीं पीड़िता लगातार न्याय के लिए लड़ती रही। नतीजतन अब प्रकरण की जांच नए सिरे से शुरू कर दी गई है।
पीड़िता लगातार विधायक व उनके पुत्र की गिरफ्तारी की मांग कर रही है। पीड़िता ने 21 मई को आत्मदाह करने की धमकी दी थी। लेकिन प्रशासन ने कड़ी मशक्कत कर इस स्थिति को टाल दिया और पीड़िता से दस दिन देने की बात कही। अब आरोपी की गिरफ्तारी न होने पर पीड़िता ने तीन जून को आत्मदाह करने की धमकी दी है।
उधर तिलहर क्षेत्र की एक महिला अपने पति के साथ कलेक्ट्रेट में 23 मई से धरने पर बैठ गई है। उसका आरोप है कि उसकी 33 बीघा जमीन पर विधायक रोशनलाल वर्मा ने कब्जा कर लिया है।