नई दिल्ली: रायबरेली में उन्नाव रेप पीड़िता के साथ सड़क हादसा या साजिश की जांच सीबीआई की नयी टीम ने संभाल ली है। एफआईआर दर्ज करके सीबीआई की एक टीम घटनास्थल पर गई और कुछ सबूत इकट्ठा किए। सीबीआई के साथ फोरेंसिक टीम भी थी। जानकारी के मुताबिक सीबीआई विधायक कुलदीप सिंह सेंगर से मिलने वालों को जल्द समन भेजकर पूछताछ के लिए बुलाएगी। सीबीआई ने सभी आरोपियों की सीडीआर (कॉल डिटेल रिपोर्ट) निकलवाई है। घटना से पहले और बाद में किसने किस-किस से बात की उसको जानने के लिए सीडीआर निकलवाई है।
उन्नाव में पिछले 3 मामलों की जांच कर रही है टीम को इस हादसे की जांच नहीं दी गई है। हालांकि सभी अधिकारी एक दूसरे के संपर्क में हैं। पिछले तीन केस की जांच के बाद कोर्ट ने चार्जशीट में संज्ञान लिया है।
उधर, सुप्रीम कोर्ट ने भी सरकार की लचर कार्रवाई पर चिंता जताई है। उन्नाव मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने इसपर कल सुनवाई करने का फैसला किया है। साथ ही कोर्ट ने पीड़िता की चिट्ठी कोर्ट के सामने पेश न करने पर नाराजगी जताई है।
इस मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए आज सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार से पूछा है कि अपनी सुरक्षा की गुहार लगाने वाली पीड़िता की चिट्ठी को उनके सामने क्यों नहीं पेश किया गया। दरअसल पीड़ित परिवार की तरफ से 12 जुलाई को चीफ जस्टिस को एक पत्र लिखा गया था जिसमें कुलदीप सिंह सेंगर के लोगों की तरफ से उन्हें केस वापिस लेने के लिए धमकाने की बात कही गई थी।