लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने उन्नाव से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाने वाली पीड़िता की रायबरेली में हुई सड़क दुर्घटना की जांच सीबीआई को सौंपे जाने की सोमवार देर रात सिफारिश कर दी। प्रधान गृह सचिव अरविंद कुमार ने कहा, ‘‘सरकार ने रायबरेली जिले के गुरबख्शगंज थाना में आईपीसी की धारा 302,307, 506,120 के तहत दर्ज अपराध संख्या 305/2019 की जांच सीबीआई को सौंपने का फैसला किया है। इस बारे में एक औपचारिक अनुरोध भारत सरकार को भेजा गया है।’’
इससे पहले, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने संवाददाताओं से कहा था कि अगर पीड़िता की मां या अन्य कोई रिश्तेदार अनुरोध करेंगे, तो राज्य सरकार रायबरेली में हुई इस दुर्घटना की सीबीआई जांच कराने को तैयार है। गौरतलब है कि रविवार को रायबरेली में एक तेज रफ्तार ट्रक ने एक कार को टक्कर मार दी थी, जिसमें पीड़िता और उसकी रिश्तेदार तथा वकील सवार थे। इस घटना में पीड़िता की दो रिश्तेदारों की मौत हो गई, जबकि पीड़िता एवं वकील गंभीर रूप से घायल हो गये और वे अस्पताल में भर्ती हैं।
चाचा ने विधायक सेंगर के खिलाफ लिखाई एफआईआर
इस बीच कल दुर्घटना के मामले में पीड़िता के चाचा की तरफ से FIR दर्ज कराई गई है। FIR में विधायक कुलदीप सिंह सेंगर, विधायक के भाई मनोज सेंगर और मामले में आरोपी रिंकू समेत 10 लोग नामजद हैं और 15-20 अन्य अज्ञात लोग शामिल हैं। ये मुकदमा IPC की धारा 302, 307, 506 120B में दर्ज किया गया है। FIR में कुलदीप सिंह सेंगर, मनोज सिंह सेंगर, विनोद मिश्र, हरिपाल मिश्र, नवीन सिंह, कोमल सिंह, अरुण सिंह, ज्ञानेन्द्र सिंह, रिंकू सिंह और एडवोकेट अवधेश सिंह के नाम के अलावा 15-20 अन्य अज्ञात लोग भी शामिल हैं।
पुलिस मान रही है दुर्घटना
उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्नाव रेप पीड़िता की कार की ट्रक से हुई टक्कर को दुर्घटना करार दिया है। पुलिस ने कहा है कि ट्रक के ड्राइवर, उसके मालिक और क्लीनर को कस्टडी में ले लिया गया है। लखनऊ जोन के एडीजी राजीव कृष्ण ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दोनों वाहनों के बीच टक्कर एक हादसा है। उन्होंने कहा कि लेकिन फिर भी मामले की जांच हर ऐंगल से की जा रही है। यूपी पुलिस ने बताया कि हादसे में मृत पीड़िता की चाची पीड़िता के साथ रेप के में मामले में चल रही CBI जांच में गवाह थी।
इस कारण नंबर प्लेट पर पोती कालिख
ट्रंक के नंबर प्लेट पर कालिख पुते होने के सवाल पर पुलिस ने कहा कि ऐसा फाइनेंसर से छिपने के लिए किया गया था। पुलिस ने कहा, 'गाड़ी का नंबर मिटाने पर ट्रक मालिक का कहना है कि किश्तों पर गाड़ी ली थी और उसकी किश्तें नहीं चुका रहा था, इसलिए नंबर छिपा दिया। ट्रक बांदा से रायबरेली मोरंग गिराने गया था।' पुलिस ने बताया, ‘ट्रक ड्राइवर का कहना है कि बारिश की वजह उसे दिक्कत हुई और हादसा हो गया। लखनऊ से फरेंसिक टीम घटनास्थल पर भेजी गई है।’