नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के उन्नाव गैंगरेप केस में पीड़िता के पिता की पिटाई का सबूत सामने आया है। गैंगरेप पीड़ित के पिता की जेल में मौत हो गई थी। अब जेल जाने से पहले की तस्वीर सामने आई है। इस तस्वीर में गैंगरेप पीड़िता के पिता के शरीर पर गहरे जख्म दिखाई दे रहे हैं। पुलिस अब तक किसी तरह के टॉर्चर से इनकार करती रही है लेकिन ये तस्वीरें कुछ और ही कहानी बयां कर रही हैं। सवाल उठ रहा है क्या पुलिस की कस्टडी में पीड़िता के पिता को बुरी तरह टॉर्चर किया गया? इन तस्वीरों के सामने आने के बाद पुलिस को जवाब देना भारी पड़ सकता है।
वहीं योगी सरकार ने इस पूरे विवाद की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी ही अब इस गैंगरेप मामले की जांच करेंगी। दरअसल ये सारा मामला तब सुर्खियों में आया जब शुक्रवार को लखनऊ के मुख्यमंत्री आवास के सामने एक महिला ने परिवार समेत आत्महत्या की कोशिश की। पूछे जाने पर उसने उन्नाव से भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर गैंगरेप का आरोप लगाया था।
महिला ने कहा था कि भाजपा विधायक ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसका रेप किया है और पिछले एक साल से वो न्याय के लिए दर दर की ठोकरें खा रही है। मीडिया में आने के बाद इस मामले ने तुल पकड़ लिया अगले ही दिन पीड़ित महिला के पिता की जेल में मौत होने की खबर सामने आने के बाद जैसे हड़कंप मच गया। सोशल मीडिया से लेकर इलेक्ट्रोनिक मीडिया तक हर तरफ योगी सरकार पर सवाल खड़े हे रहे थे।
ऐसे में आखिरकार उत्तर प्रदेश प्रशासन ने हरकत में आते हुए इस मामले पर कार्रवाई करते हुए आरोपी विधायक के भाई को गिरफ्तार कर लिया और अब इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन भी किया गया है। इस एसआईटी में एक क्राइम ब्रांच का एसपी रैंक का अधिकारी शामिल किया जाएगा। स्वयं उत्तर प्रदेश एडीजी लॉ एंड ऑर्डर आनंद कुमार ने कहा है कि किसी भी दोषी को किसी हाल बक्शा नहीं जाएगा।