नई दिल्ली: उन्नाव गैंगरेप केस में घिरे बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर आधी रात को लखनऊ के एसएसपी दफ्तर पहुंचे लेकिन बिना सरेंडर किए वापस लौट गए। रात करीब ग्यारह बजे ये ख़बर आई कि विधायक कुलदीप सिंह लखनऊ के एसएसपी दफ्तर पहुंच रहे हैं। इंडिया टीवी संवाददाता ने विधायक से बात की और एसएसपी दफ्तर जाने की वजह पूछी तो उन्होंने बताया कि सरेंडर करने जा रहे हैं। देखते ही देखते ये ख़बर आग की तरह फैल गई। थोड़ी ही देर में कुलदीप सिंह एसएसपी दफ्तर पहुंचे लेकिन उन्होंने सरेंडर नहीं किया।
लखनऊ के एसएसपी दफ्तर पहुंचे कुलदीप सिंह ने यहां आकर ये खुलासा किया कि वो सरेंडर करने नही आए बस मीडिया को ये बताने पहुंचे है कि वो भगोड़ा नहीं हैं। जिस वक्त विधायक का लखनऊ के एसएसपी दफ्तर के बाहर ये ड्रामा चल रहा था ठीक उसी वक्त मामले की जांच कर रही एसआईटी की रिपोर्ट सीएम के पास पहुंची और रिपोर्ट पढ़ने के बाद सीएम की तरफ से मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए गए। साथ ही मामले की जांच सीबीआई से कराने का फैसला भी ले लिया गया।
कहा ये भी जा रहा है कि कुलदीप सिंह पर उन्नाव गैंगरेप केस में आपराधिक साजिश रचने का मामला दर्ज किया जा सकता है लेकिन इन सबके बावजूद उनके तेवर पहले जैसे ही थे। एसएसपी दफ्तर पहुंचे कुलदीप सिंह न सिर्फ बिना सरेंडर किए लौट गए बल्कि जाने से पहले मीडिया को नसीहत देने से नहीं चूके। वहीं उनके समर्थकों ने एसएसपी दफ्तर के बाहर हंगामा किया। विधायक के समर्थकों ने मीडियाकर्मियों के साथ बदसलूकी भी की।
विधायक कुलदीप सिंह सेंगर चाहे जितना भी तेवर दिखाएं लेकिन उन्नाव गैंगरेप केस में अब उनका बचना मुश्किल है। उनका भाई अतुल सेंगर गिरफ्तार हो चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पास एसआईटी की रिपोर्ट पहुंच चुकी है। सीबीआई के पास पूरे मामले की जांच की सिफारिश की जा चुकी है। अब या तो उन्हें सरेंडर करना होगा या फिर उनकी गिरफ्तार किसी भी वक्त हो सकती है।