गोरखपुर। देश भर में प्रवासी मजदूरों को ला रही श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के साथ दो बड़ी गड़बड़ सामने आई हैं। ये दोनों ट्रेनें अपने रास्ते से भटक गईं। बलिया जा रही एक ट्रेन 25 घंटे तक महाराष्ट्र में भटकती रही, वहीं दूसरी ट्रेन मुंबई से ओडिशा बिहार होते हुए 60 घंटे में गोरखपुर पहुंची। प्राप्त जानकारी के अनुसार ट्रेन लगातार गलत दिशा में ही भटकती रही। पहले झारखंड पहुंची, फिर बिहार, पश्चिम बंगाल और फिर ओडिशा पहुंच गई।
एक ट्रेन महाराष्ट्र के वसई रोड रेलवे स्टेशन से गोरखपुर के लिए चली थी। इसमें सवार 1,399 यात्रियों को यह सफर ताउम्र याद रहेगा क्योंकि 25 घंटे में गंतव्य तक पहुंचाने वाली ट्रेन ने गोरखपुर पहुंचने में 60 घंटे का समय लिया। वसई रोड स्टेशन से बृहस्पतिवार को चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन जैसे ही गोरखपुर के प्लेटफार्म नंबर-नौ पर पहुंची, यात्रियों ने राहत की सांस ली । दरअसल, हुआ यह कि से शुक्रवार को यह ट्रेन ओडिशा के राउरकेला की तरफ मोड़ दी गई जिसकी वजह से 25 घंटे का सफर 60 घंटे की अघोषित प्रताड़ना बन गया।
वहीं दूसरी ट्रेन गोवा से बलिया के लिए चली थी। यह ट्रेन भी रास्ता भटककर महाराष्ट्र में भ्रमण करती रही तथा तय समय से तकरीबन 25 घण्टे बिलम्ब से रविवार को बलिया पहुँची । गोवा के करमाली से कामगारों को लेकर बृहस्पतिवार को बलिया के लिए चली ट्रेन रास्ता भटककर रविवार बलिया पहुँची । ट्रेन से यात्रा कर रहे मऊ जनपद के निवासी संजय चौहान और अवध कुमार ने बताया कि गोवा से यह ट्रेन गुरुवार को अपने निर्धारित समय से चली थी। गोवा से चलते समय वहां पर उनको खाना और पानी मिला था। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के भुसावल से इटारसी न जाकर ट्रेन नागपुर चली गई। इसके कारण ट्रेन महाराष्ट्र के विभिन्न रूटों पर चक्कर लगाती रही। बाद में चालक को रूट की सही जानकारी होने पर ट्रेन इटारसी पहुंची। इसके बाद इस ट्रेन ने सही रूट पकड़ा।