उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर के चौकाघाट स्थित दिनापुर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट के पंपिंग स्टेशन से जुड़े़ सीवर टैंक में उतरे दो मजदूरों की शनिवार को मौत हो गयी। दोनों मजदूर रिश्ते में चाचा और भतीजा थे।
चेतगंज पुलिस ने इस संबंध में जल निगम के जूनियर इंजीनियर और ठेकेदार को हिरासत में ले लिया है। दीनापुर सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) के लिए चौकाघाट में पंपिंग स्टेशन बनाया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12 नवम्बर को दीनापुर सिवेज प्लांट का लोकार्पण करने वाले हैं। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को देखते हुए नवनिर्मित पंपिंग स्टेशन को चालू करने का काम किया जा रहा था। चेतगंज पुलिस के अनुसार जल निगम के ठेकेदार ने करीब आधा दर्जन मजदूरों को सीवर टैंक में उतारा था। सीवर टैंक में जहरीले गैस की वजह से दो मजदूर नीचे सीवर टैंक में गिर गए।
पुलिस ने बताया कि घटना की सूचना पर पुलिस और एनडीआरएफ़ की टीम घटनास्थल पर पहुँची और मजदूरों की तलाश में जुट गयी। काफी मशक्कत के बाद एनडीआरएफ़ की टीम ने दोनों मजदूरों के शव बाहर निकाले। मृतक मजदूरों की पहचान बिहार के भभुआ जिले के विकास पासवान (18) और उसके भतीजे दिनेश पासवान (27) के रूप में हुई है। पुलिस ने इस मामले में जल निगम के जेई और ठेकेदार को हिरासत में लिया है। पुलिस दोनों मजदूरों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच कर रही है।