वाराणसी। महाराष्ट्र के मुंबई से प्रवासी श्रमिकों को लेकर बुधवार को वाराणसी के मंडुवाडीह स्टेशन पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्रेन में दो व्यक्ति मृत मिले। जांच में पाया गया कि दोनों व्यक्ति पहले से ही, गंभीर बीमारियों से ग्रस्त थे। पूर्वोत्तर रेलवे के प्रवक्ता अशोक कुमार ने पीटीआई भाषा को फोन पर बताया कि मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनल से गाड़ी संख्या 01770 श्रमिक स्पेशल ट्रेन सुबह आठ बज कर करीब 21 मिनट पर वाराणसी मंडल के मंडुवाडीह स्टेशन पहुंची। ट्रेन में राजकीय रेलवे पुलिस को दो व्यक्ति मृत मिले।
प्रवक्ता ने बताया कि इसकी सूचना जीआरपी ने स्टेशन अधीक्षक को दी जिन्होंने जिला प्रशासन एवं रेलवे प्रशासन क अवगत कराया। तत्पश्चात मंडल चिकित्सालय से चिकित्सक मंडुवाडीह पहुँचे और मृतकों की जाँच की। तब पता चला कि दोनों श्रमिक पहले से गंभीर बीमारियों से ग्रस्त थे। कुमार ने बताया कि श्रमिक स्पेशल ट्रेन के एस-15 कोच में मिला पहला मृतक, 30 वर्षीय दिव्यांग दशरथ प्रजापति था। जौनपुर जिले के पुरालाल गांव के निवासी जगन्नाथ प्रजापति का पुत्र दशरथ लकवाग्रस्त था और मुंबई में अपनी गुर्दे की तकलीफ का इलाज करा रहा था। उन्होंने बताया कि एस-एल-आर कोच में मिला दूसरा मृतक 63 वर्षीय राम रतन गौड़, पुत्र दिवंगत रघुनाथ था।
आजमगढ़ जिले के शरहदपार गांव का रहने वाला राम रतन गौड़ कई बीमारियों से ग्रस्त था। मृतक दशरथ के बहनोई पन्ना लाल ने बताया कि वह लोग कुल नौ परिजन ट्रेन में सफर कर रहे थे। उन्होंने बताया ‘‘हम खाना लेकर चले थे। रास्ते में भी खाना मिला था। दशरथ, कमर से नीचे का हिस्सा काम नहीं करने की वजह से चल नहीं पाता था। प्रयागराज में उसने तबियत ठीक न लगने की शिकायत की और फिर वह सो गया। काशी पहुंचने पर जब उसे उठाया गया तो वह नहीं उठा।’’
मंडुवाडीह के जी आर पी चौकी प्रभारी बी एस यादव ने बताया कि दोनों मृतकों के परिजनों को सूचित कर दिया गया है, उन्हें बुलाया गया है और पोस्टमार्टम के बाद शव उनके सुपुर्द कर दिये जाएंगे। स्टेशन अधीक्षक, मंडुवाडीह ने कहा कि इस श्रमिक स्पेशल ट्रेन की रैक की सफाई एवं उसे संक्रमणमुक्त करने का काम डिपो में पूरा होने के बाद ही इसे वापस भेजा जाएगा।