लखनऊ: उत्तर प्रदेश की कुर्सी संभालते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया था कि राज्य में अपराधियों की कोई जगह नहीं। इस ऐलान को सच्चाई में बदलने के लिए उत्तर प्रदेश में ताबड़तोड़ एनकाउंटर शुरु हो चुके हैं। कल दिल्ली से सटे हापुड़ में पुलिस ने 50 हजार के एक इनामी बदमाश को एनकाउंटर में ढेर कर दिया तो अमरोहा में पुलिस की गोली से घायल अपराधी अस्पताल में भर्ती है। कट्टेबाजी और बमबाजी के लिए उत्तर प्रदेश बदनाम था, सरकार किसी की भी हो तूती बंदूकबाजों की ही बोलती थी लेकिन इस बार पुलिस कि गोलियों की आवाज ज्यादा गूंज रही है।
पिछले 24 घंटों में हापुड़ में पुलिस ने बदमाशों को घेर कर मारा तो अमरोहा में दौड़ा-दौड़ा कर एनकाउंटर हुआ है। आधी रात को उत्तर प्रदेश की हापुड़ पुलिस खेतों में, जंगलों में, गलियों में घूम रही थी। एक बदमाश पुलिस की नजरों के सामने से भाग गया था जबकि दूसरा बदमाश पुलिस एनकाउंटर में ढेर हो गया था। पुलिस को पक्की खबर मिली थी कि एक बाइक पर दो बदमाश हापुड़ से निकलने वाले हैं लेकिन जैसे ही आनंद विहार कॉलोनी के पास बदमाश पहुंचते हैं पुलिस चारों ओर से घेर लेती है।
सड़कों को छोड़कर बाइक पर बैठे बदमाश खेतों की तरफ भागने लगते हैं। पुलिस भी खेतों की ओर दौड़ जाती है। मोहन पासी तो इस एनकाउंटर में मारा गया लेकिन उसका दूसरा साथी फरार हो गया। मोहन पासी के ऊपर पचास हजार का ईनाम था और कोर्ट में पेशी के दौरान मोहन पासी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था लेकिन इस बार भागने का मौका नहीं मिला पुलिस की गोली से ढेर हो गया।
पुलिस को खबर मिली थी कि दिल्ली में जिस कार की चोरी की शिकायत की गई थी वो गाड़ी अमरोहा पहुंच चुकी है। इसके बाद तो पुलिस का पूरे शहर में सर्च ऑपरेशन शुरु हो गया। दोनों बदमाशों को पुलिस ने एक खेत में घेर लिया। दोनों को गोली लगी और दोनों का इलाज अस्पताल में जारी है। कितनी अजीब बात है उत्तर प्रदेश में कभी अपराधियों के भागने और छकाने की खबरें चलती थी लेकिन योगी राज में बदमाशों का रोज एनकाउंटर हो रहा है।
योगी सरकार में दिसंबर 2017 तक 895 पुलिस एनकाउंटर हो चुके हैं। एक अनुमान के मुताबिक यूपी में रोज 3 एनकाउंटर हो रहे हैं। गोरखपुर जोन में सिर्फ 24 एनकाउंटर दिसंबर 2017 तक हुए हैं। मतलब जनवरी 2018 तक 1 हजार एनकाउंटर के करीब है यूपी पुलिस। एनकाउंटर की इन तस्वीरों को देखकर लगता है योगी का ऑपरेशन क्लीन यूपी में असर कर गया है। कमजोर कानून व्यवस्था वाले उत्तर प्रदेश में अब पुलिस एनकाउंटर मशीन में तब्दील हो गई है।