अयोध्या: 5 अगस्त को प्रस्तावित राम मंदिर के 'भूमि पूजन' के लिए उत्तर प्रदेश के रहने वाले दो भाई राधे श्याम पांडे और शब्द वैज्ञानिक महाकवि त्रिफला जिनकी उम्र 70 वर्ष से ज़्यादा है राम मंदिर की नींव में डालने के लिए 151 से ज़्यादा पवित्र नदियों का जल लेकर अयोध्या पहुंचे हैं। शब्द वैज्ञानिक महाकवि त्रिफला बचपन से ही देख नहीं सकते हैं। राधे श्याम पांडे ने कहा कि मैं भारत की 151 नदियों, 8 बड़ी नदियों, 3 समुद्र का जल लाया हूं। उन्होंने कहा कि मैं श्रीलंका की 16 स्थानों की पवित्र मिट्टी, 5 समुद्र और 15 नदियों का जल भी लाया हूं। मैं पैदल, साइकिल, ट्रेन, हवाईजहाज से यात्रा करके ये सब लाया हूं। मैंने 1968-2019 तक यात्रा करके ये सब इकट्ठा किया है।
वहीं, आपको बता दें कि रायपुर के चंद्रखुरी स्थित माता कौशल्या के मंदिर से मिट्टी भी राम मंदिर की नींव में डाली जाएगी। इस मिट्टी को लेकर गौ सेवक मोहम्मद फैज खान अयोध्या की पदयात्रा पर निकले हैं। वो भूमि पूजन के दिन 5 अगस्त को अयोध्या पहुंचेंगे।
इसके अलावा मेवाड़ के ख्यातनाम मंदिर,श्रीनाथजी मंदिर, चारभुजा मंदिर, द्वारिकाधीश मंदिर, वेरों का मठ कुंभलगढ़, परशुराम महादेव फूटा देवल, हल्दीघाटी की माटी के अलावा जिले से बहने वाली नदियों का पानी भी लिया गया है। उदयपुर जिले के प्रमुख मंदिर एकलिंगनाथ मंदिर, जगदीश मंदिर, महाकालेश्वर, परशुराम महादेव मंदिर सहित मेवाड़ के प्रमुख मंदिरों से कलशों में पवित्र मिट्टी एकत्रित की जा रही है।