लखनऊ. उत्तर प्रदेश एटीएस ने 2 ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है, जो उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर धर्मांतरण अभियान चला रहे थे। गिरफ्तार किए गए व्यक्तिों द्वारा ऐसे लोगों को निशाना बनाया जा रहा था जो धर्मांतरण का ज्यादा विरोध नहीं करते थे और औसानी से प्रलोभन में फंस जाते थे। ये लोग महिलाओं, विक्लांग और मूक बधिर लोगों का धर्म परिवर्तन करवाने पर खास जोर देते थे। इस मामले की जांच के बाद और लोगों की गिरफ्तारी होने की संभावना है।
इस मामले पर मीडिया कर्मियों से बात करते हुए यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि धर्म परिवर्तन के लिए भारी मात्रा में पैसा आ रहा था, विदेशों से भी फंडिंग आ रही थी, आरोपी उमर के कई सहयोगी भी हैं जो धर्मांतरण के अपराध में सहयोगी है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रकाश में आया है कि नोएडा डेफ सोसाइटी नोएडा सेंटर सेक्टर 117 जनपद गौतमबुध नगर जो मूक एवं बधिरों का स्कूल है, तथा अन्य मूक बधिर स्कूल के छात्रों को अवैध रूप से विभिन्न प्रकार का प्रलोभन जैसे नौकरी शादी देकर इस्लाम धर्म में परवर्तित कराया जाता है। छात्रों के परिजनों को इस धर्मांतरण की कोई जानकारी नहीं होती थी।
प्रशांत कुमार ने बताया कि एक छात्र आदित्य गुप्ता जिसके माता पिता से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि पहले उन्होंने अपने बच्चे की लापता होने की सूचना और बाद में मुकदमा 364 में परिवर्तित किया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि उनका बच्चा मूक बधिर है, उसका धर्मांतरण कराकर दक्षिण भारत के किसी राज्य में ले जाया गया है जिसके बारे में उनके मूक बधिर बच्चे ने मोबाइल से वीडियो कॉल के जरिए बताया है। जिन बच्चों ने अपना धर्म परिवर्तन किया है वे इतना डरे हुए हैं कि आगे आकर अपनी बात बताने से भी डर रहे हैं।
पुलिस अधिकारी ने आगे बताया कि ये लोग सबसे पहले गरीब परिवार बेरोजगार लोगों और मूक बधिर लोगों को चुनकर उनके खुद के धर्म के प्रति द्वेश पैदा करते हैं और इस्लाम को अच्छा बताकर मूल धर्म के प्रति घृणा पैदा कर उससे विरक्त करते हैं। विभिन्न प्रकार के प्रलोभन मानसिक दबाव परिस्थिति का भय दिखाकर इस्लाम स्वीकार करने के लिए तैयार किया जाता है और धर्मांतरण के संबंध में दस्तावेज भी गुप्त तरीके से तैयार किए जाते हैं। उन्होंने बताया कि समय-समय पर ऐसे धर्म परिवर्तित लोगों के सम्मेलन आयोजित कर अन्य गैर मुस्लिम लोगों को लालच देकर भी इससे जोड़ा जाता है, एटीएस की टीम ने जब बच्चों के परिजनों से बात की तो उन लोगों ने इन सभी चीजों की पुष्टि की है और जो 2 व्यक्ति गिरफ्तार किए गए हैं उनको कोर्ट में प्रस्तुत कर रहे हैं तथा पुलिस रिमांड लिया जाएगा।