अलीगढ़. उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज (जेएनएमसी) के डॉक्टरों ने एक मरीज के पेट से 24 किलोग्राम का एक ट्यूमर निकाला है। अलीगढ़ जिले के छर्रा के रहने वाले 45 वर्षीय सीताराम लगभग डेढ़ साल से अपने पेट के ट्यूमर का इलाज करा रहे थे। डॉ. शाहबाज हबीब फरीदी की अगुवाई में प्रो.सैयद हसन हैरिस (सर्जरी विभाग) की निगरानी में सर्जनों की एक टीम ने जटिल सर्जरी करके मरीज के पेट से ये ट्यूमर निकाला।
प्रो. हसन हैरिस ने कहा, "सीताराम 2018 से ट्यूमर के कारण परेशान थे, उसे पेट में गंभीर दर्द था। लंबे समय तक वो दर्द निवारक दवाएं खाता रहा, फिर उसके नियमित गतिविधियां करना भी मुश्किल हो गया। वह उत्तर प्रदेश और दिल्ली के अस्पतालों में भी गया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। निजी अस्पताल ज्यादा पैसा ले रहे थे और कम बजट वाले स्वास्थ्य केंद्रों ने महामारी के कारण उसका इलाज करने से मना कर दिया था।"
उन्होंने आगे कहा, "जब वह जेएनएमसी पहुंचा तो हमने तुरंत प्री-सर्जरी जांच की। परीक्षणों से पता चला कि एकमात्र विकल्प सर्जरी ही था, जो बहुत जोखिम भरा था क्योंकि घातक ट्यूमर उसके प्रमुख अंगों को दबा रहा था।"
इसके अलावा सर्जिकल प्रक्रिया में पेट के लगभग 80 प्रतिशत भाग का उपयोग होता, इससे ज्यादा खून बहने की भी आशंका थी। 4 घंटे की लंबी सर्जरी के बाद ट्यूमर को आखिरकार हटा दिया गया और सीताराम अब ठीक हो रहे हैं। एएमयू के कुलपति प्रो.तारिक मंसूर ने कहा, "ट्यूमर को इस हद तक बढ़ने के मामले दुर्लभ होते हैं लेकिन डॉक्टरों ने रोगी का इलाज किया और एक नया जीवन मिला।"