कानपुर: आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मास्टरमाइंड विकास दुबे यूपी की टॉप तीन अपराधियों की सूची में आ गया है। हालांकि, पुलिसकर्मियों की हत्या से पहले उसका नाम स्थानीय थाने की टॉप 10 बदमाशों की लिस्ट में भी नहीं था। लेकिन, बिकरु गांव में उसके घर पहुंची पुलिस टीम के आठ कर्मियों की हत्या के बाद वह यूपी के तीन सबसे खतरनाख अपराधियों में से एक बन गया है।
पुलिस ने विकास दुबे पर ढाई लाख रुपये का ईनाम रखा है। विकास दुबे के अलावा प्रदेश के दो और ऐसे अपराधी हैं जिनका नाम ढाई-ढाई लाख रुपये के ईनाम वाले बदमाशों की लिस्ट में शामिल है। इनमें से एक मेरठ का मोस्ट वांटेड बदन सिंह बद्दो है और दूसरा पश्चिमी यूपी का ही आशुतोष है। उत्तर प्रदेश में ढाई लाख रुपये का ईनाम सिर्फ इन तीन बदमाशों पर ही है।
विकास दुबे
विकास दुबे के ऊपर लूट, डकैती, फिरौती और हत्या जैसे गंभीर अपराधों के 60 मामले दर्ज हैं। विकास दुबे का नाम 19 साल पहले 2001 में पहली बार तब चर्चा में आया जब उसने कथित तौर पर थाने में घुसकर दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री एवं बीजेपी नेता संतोष शुक्ला की हत्या कर दी थी।
बदन सिंह बद्दो
मेरठ का मोस्ट वांटेड बदन सिंह बद्दो करीब 25 साल से अपराध की दुनिया में बना हुआ है। खुली चुनौती देकर वारदात करने वाले शातिर अपराधी बद्दो ने शराब तस्करी से जुर्म की दुनिया में कदम रखा और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह सुपारी किलर व भूमाफिया तक बना। वह मार्च 2019 में पुलिस की कस्टडी से फरार हो गया था।
आशुतोष
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आशुतोष पर भी ढाई लाख रुपये का ईनाम है। आशुतोष पुलिस की टॉप तीन अपरोधियों की लिस्ट में शामिल है। पुलिस रिकॉर्ड में आशुतोष पर कई मुकदमे दर्ज है।