लखनऊ: उत्तर प्रदेश पुलिस का आरोपी से गुनाह कबूल करवाने के लिए थाने के बाहर खड़े होकर पीटाई करने का एक वीडियो वायरल हुआ है। यूपी पुलिस थाने में आरोपियों से कैसा बर्ताव करती है। कैसे गुनाह कुबूल करवाने के लिए सरेआम थर्ड डिग्री टॉचर्र दिया जाता है इसका अनुमान ये वीडियो देखकर लगाया जा सकता है। करीब ढाई मिनट के इस वीडियो के वायरल होने के बाद से योगी की यूपी पुलिस और उसके काम करने का तरीका एक बार फिर सवालों के घेरे में है। ये वीडियो यूपी के मऊ के घोसी कोतवाली का बताया जा रहा है। दारोगा राजन मौर्य इस वीडियो में आरोपी को बेल्ट से पीटते दिख रहे हैं। वीडियो में आरोपी थाने के सामने खंभे के पास पकड़ा हुआ नजर आ रहा है।
जिसके बाद दरोगा साहब अपनी बेल्ट से उस पर एक के बाद एक वार करते नजर आ रहे हैं। आरोपी इस दौरान कराहता-गिड़गिड़ाता रहता है लेकिन दरोगा साहब उसे छोड़ने के मूड में नजर नहीं आते। दरअसल जिसे आरोप की दरोगा साहब बेदर्दी से पीटते दिख रहे हैं उसके नाम अजीत यादव है। अजीत पर आरोप है कि उसने मोहल्ले में पढ़ने वाली एक लड़की का अपहरण किया और फिर उसके साथ रेप किया।
ग्यारहवीं क्लास में पढ़नेवाली पीड़ित लड़की घोसी में अपनी रिश्तेदार के साथ रहती थी। ये लडकी 13 मार्च से गायब थी। इसके बाद उसके परिवारवालों ने आरोप लगाया कि गांव में रहनेवाला अजीत ही उसे अपने दोस्त के घर ले गया। जहां लड़की के साथ जबरदस्ती की गई। परिवारवालों ने शिकायत में ये भी कहा आरोपी ने लड़की के शादी का वादा किया था लेकिन फिर मुकर गया और लड़की को दो हफ्ते बाद वापस छोड़ दिया। शिकायत मिलने पर पुलिस हरकत में आई और आरोपी अजीत को पकड़कर थाने ले आई। जिसके बाद पुलिस अपने हिसाब से अजीत से गुनाह कबूल करवाती वीडियो में नजर आ रही है।
वीडियो वायरल होने के बाद दरोगा राजन मौर्य को लाइन हाजिर कर दिया गया है। साथ ही आरोपी अजीत यादव को भी छोड़ दिया गया है। जिस लड़की के रेप का आरोप दरोगा साहब कबूलवाने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं उसकी मेडिकल जांच में रेप की पुष्टि तक नहीं हुई है। मतलब साफ है कि बिना वेरीफाई किए बिना तथ्यों की ठीक से जांच पडताल किए। पुलिस ने जल्दबाजी में एक आरोपी को थाने ले जाना थर्ड डिग्री टॉर्चर किया।