लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान कांग्रेस ने प्रियंका गांधी वाड्रा को पूर्वी यूपी की जिम्मेदारी थी, जिसके बाद प्रियंका गांधी ने पूर्वी यूपी में जमकर प्रचार भी किया था। हालांकि की प्रियंका को यूपी में सफलता नहीं मिली उल्टा कांग्रेस के गढ़ अमेठी में उनके भाई राहुल गांधी चुनाव हार गए लेकिन हार ने मानते हुए प्रियंका गांधी एक बार फिर यूपी की धरती पर कांग्रेस की वापसी के लिए जमकर मेहनत कर रही हैं।
आठ हजार कार्यकर्ताओं से प्रियंका ने की मुलाकात
कांग्रेस सूत्रों की मानें तो पार्टी आने वाले एक पखवाड़े में पार्टी यूपी में एक नई टीम की घोषणा कर देगी। इस टीम को प्रियंका गांधी की मंजूरी होगी। बताया जा रहा है कि इस टीम को सलेक्ट करने के लिए प्रियंका गांधी ने यूपी के आठ हजार से ज्यादा कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। ये टीम 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए काम करेगी।
पंचायत और ब्लॉक लेवल के कार्यकर्ताओं से भी की मुलाकात
सूत्रों ने बताया कि प्रियंका गांधी ने न सिर्फ कांग्रेस के पूर्व और वर्तमान सांसदों / विधायकों से मुलाकात की बल्कि उन्होंने पंचायत और ब्लॉक लेवल पर चुने गए कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात की। यूपी में अपनी इस टीम में प्रियंका गांधी ने युवाओं और महिलाओं को खास तवज्जो दी है। इस टीम में 35 से 40 की उम्र के नेताओं को प्रमुख रोल दिया। रोल देते वक्त उक्त कार्यकर्ता द्वारा पार्टी के लिए किया गया काम भी देखा जाएगा।
करीब 3 दशकों से यूपी की सत्ता से बाहर है कांग्रेस
कांग्रेस करीब 3 दशकों से यूपी की सत्ता से बाहर है। कभी यूपी की सबसे प्रमुख पार्टी कहलाने वाले कांग्रेस के वोट शेयर में क्षेत्रीय दल सेंध लगा चुके हैं। इस साल लोकसभा चुनाव के बाद परिणाम में कांग्रेस सिर्फ रायबरेली रूपी किला बचा सकी, हालांकि फिर भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को प्रियंका गांधी से आगामी विधानसभा चुनाव में चमत्कार की उम्मीद है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि पार्टी कार्यकर्ता ये मानते हैं कि अगर कांग्रेस की जड़ों को मजबूत किया जाए तो 2022 में चौंकाने वाले परिणाम हो सकते हैं।