लखनऊ: केंद्र सरकार के 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान में उत्तर प्रदेश को पहला स्थान दिया गया है। एक अधिकारी ने बुधवार को इस बात की जानकारी दी। इस साल 15 सितम्बर से 2 अक्टूबर के बीच राज्य में 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान के तहत सरकार ने 3,52,950 शौचालय बनवाकर इस उपलब्धि को हासिल किया।
देश भर में बनाए गए 18,24,549 टॉयलेट में से उत्तर प्रदेश में 3,52,950 टायलेट बने हैं जिसके लिए उत्तर प्रदेश को पहला स्थान दिया गया है। राजस्थान ने 2,54,953 टॉयलेट बनाकर दूसरा स्थान हासिल किया है जबकि कर्नाटक ने 2,41,708 टॉयलेट बनाकर देश में तीसरा स्थान हासिल किया है।
अधिकारी ने बताया कि सरकार ने उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के सहनपुर नगर पंचायत को पहली खुले में शौच मुक्त पंचायत घोषित किया है और अब केंद्र सरकार से आग्रह किया गया है कि वे 12 नगर पंचायतों और शहर निगमों को खुले में शौच मुक्त घोषित करें। इन नगर पंचायत और नगर निगमों में बिजनौर, नाजीबाबाद, सोहोरा, धामपुर, किरथपुर, जलालाबाद, नगीना, आगरा के स्वामीबाग, अमरोहा स्थानीय निगम और थाना भवन, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शामली जिले का जलालाबाद शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजीव कुमार ने कहा कि बाकी बचे स्थानीय नगर निगमों और पंचायत के अधिकारियों से कहा गया है कि वह टायलेट के निर्माण कार्य में तेजी लाए और 2019 तक यह सुनिश्चित करें कि उनके इलाके खुले में शौच मुक्त हो जाएं।
अपर मुख्य सचिव चंचल कुमार तिवारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के 98,604 गांवों में से 12,542 गांव खुले में शौच से मुक्त घोषित किए जा चुके हैं और बाकी बचे गांव को खुले में शौच मुक्त बनाने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं ताकि उन्हें भी जल्द खुले में शौच मुक्त घोषित किया जा सके।