उन्नाव रेप कांड पीड़िता की कार के एक्सीडेंट के बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी सरकार की लचर कार्रवाई पर चिंता जताई है। उन्नाव मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने इसपर कल सुनवाई करने का फैसला किया है। साथ ही कोर्ट ने पीड़िता की चिट्ठी कोर्ट के सामने पेश न करने पर नाराजगी जताई है।
इस मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए आज सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई ने सुप्रीम कोर्ट के रजिस्ट्रार से पूछा है कि अपनी सुरक्षा की गुहार लगाने वाली पीड़िता की चिट्ठी को उनके सामने क्यों नहीं पेश किया गया। दरअसल पीड़ित परिवार की तरफ से 12 जुलाई को चीफ जस्टिस को एक पत्र लिखा गया था जिसमें कुलदीप सिंह सेंगर के लोगों की तरफ से उन्हें केस वापिस लेने के लिए धमकाने की बात कही गई थी।
इसी के साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने पीड़िता की हालत पर भी चिंता जताई है। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट इस मामले में सुनवाई करेगा। इस मौके पर कोर्ट ने पीडि़ता की मेडिकल रिपोर्ट भी पेश करने को कहा है।