नई दिल्ली: अयोध्या में राम जन्मभूमि विवाद को लेकर सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने मध्यस्थता पैनल को हलफनामा सोंपा है। बोर्ड के अध्यक्ष जुफर फारूकी ने इंडिया टीवी से बात करते हुए कहा कि “हमने अपनी बात को पैनल के माध्यम से आगे रखा है, जो बातें हो रही हैं अभी मैं उसपर ज्यादा इसलिए नहीं बोल सकता हूं क्योंकि मामला कोर्ट में है और कॉन्फिडेंशियल होने के नाते मैं कुछ नहीं बोल सकता हूं।
उन्होंने कहा कि “समय को लेकर अगर कोई बोल रहा है तो उसे क्या पता कि मैंने कब दिया है ये, अभी दिया है पहले दिया है, ये सब बातों का कोई मतलब नहीं है, हम बस यही चाहते हैं कि जो भी हो सबके हित में हो, ये सबसे ज़रूरी है। आगे क्या होगा क्या नहीं होगा, ये मैं नहीं कह सकता हूं। बस अब इन बातों पर, मैं खुल के नहीं बोल सकता हूं। क्योकि, कोर्ट की आज्ञा नहीं है।”
जुफर फारूकी ने कहा कि “कोर्ट क्या कहता है, उसके बाद मैं खुल के ज़रूर बात कर सकता हूं। लेकिन, अभी मेरी कुछ सीमाएं हैं। हमने अपनी तरफ से बात को रखा है। उम्मीद है अच्छा होगा सबके लिए। राजीव धवन जी बहुत सीनियर वकील हैं, बहुत अच्छे से केस रखा है। जब मैं कोर्ट में मौजूद था ही तो मैं कैसे किसी चीज़ के बारे में कुछ बोल सकता हूं।”