एटा: उत्तर प्रदेश के एटा जिले में एक वरिष्ठ उपनिरीक्षक को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक प्रचारक के पिता की हिरासत में पिटाई करने के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एटा के मिरहची क्षेत्र में झगड़े के एक मामले में RSS प्रचारक के पिता को हिरासत में पीटे जाने के आरोप में रविवार को एक वरिष्ठ उपनिरीक्षक पर यह कार्रवाई की गई। पुलिस सूत्रों ने बताया कि मिरहची थाना क्षेत्र के नगला नारायण इलाके में जमीन से जुड़े एक पुराने विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच हुए झगड़े के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को फूल सिंह नामक व्यक्ति को हिरासत में लिया था।
थाने में पहुंच गए कई विधायक
पुलिस के सूत्रों ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि फूल सिंह का बेटा मुनेंद्र सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का प्रचारक है। मुनेंद्र सिंह को जब यह जानकारी हुई तो उसने अपने पिता से फोन पर बात की, इसी दौरान सिंह ने पुलिस पर हवालात में मारपीट करने का आरोप लगाया। सूत्रों ने बताया कि शनिवार को थाने में संघ के अनेक कार्यकर्ता पहुंच गए और हंगामा होने लगा। घटना की जानकारी मिलने पर एटा सदर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक विपिन वर्मा, मारहरा सीट से विधायक वीरेंद्र लोधी, कासगंज के विधायक देवेंद्र लोधी तथा बीजेपी के जिला अध्यक्ष संदीप जैन भी थाने पहुंच गए।
रविवार को सस्पेंड हो गए राजपूत
रिपोर्ट्स के मुताबिक, मौके पर पहुंचे सभी विधायकों और संघ कार्यकर्ताओं ने मारपीट के आरोपी वरिष्ठ उपनिरीक्षक रामकेश राजपूत के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। एटा सदर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक विपिन वर्मा ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने मामले की जांच पुलिस क्षेत्राधिकारी (नगर) इरफान नासिर खान को सौंपी। नासिर खान ने पूरे मामले की पड़ताल कर बताया कि जांच में वरिष्ठ उपनिरीक्षक राजपूत दोषी पाए गए हैं। राजपूत के दोषी पाए जाने के बाद उन्हें रविवार को सस्पेंड कर दिया गया।