सीतापुर: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में रविवार को कुत्तों के एक झुंड ने 12 साल की एक बच्ची को मार डाला । घटना के बाद विपक्षी दल ने योगी सरकार को असंवेदनशील करार देते हुए मामले की अनेदखी करने का आरोप लगाया है । पुलिस के मुताबिक यह ताजा हादसा खैराबाद के महेशपुर गांव में हुआ । मरने वाली बच्ची की पहचान रीना के रूप में की गयी है । कुत्तों के हमले में पिछले छह महीने में अबतक 13 लोगों की मौत हो चुकी है । जिसमें से सात लोग इसी महीने मारे गए हैं । पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने बताया कि आज 12 साल की एक बच्ची रीना पर कुत्तो के झुंड ने हमला कर दिया जिससे उसकी मौत हो गयी ।
उन्होंने बताया कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेते हुये काम कर रहा है जिससे ऐसे हमलावर कुत्तों की संख्या में कमी आयी है । जिलाधिकारी शीतल वर्मा ने बताया कि नवंबर 2017 से अब तक कुत्तों के हमले से 13 बच्चों की मौत हो चुकी है । जिसमें से 10 बच्चों की मौत खैराबाद पुलिस स्टेशन इलाके में हुई जबकि तीन अन्य मौत इमलिया सुल्तानपुर, कोतवाली सुल्तानपुर और तालगांव इलाकों में हुई है । कुत्तो से बच्चों के लगातार मारे जाने की घटनाओं के बाद विपक्ष ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर सवाल उठाते हुये आरोप लगाया है कि वह इस गंभीर मसले को नजरअंदाज कर रहे है ।
कांग्रेस प्रवक्ता अशोक सिंह ने कहा कि बच्चों पर कुत्तों के हमले लगातार बढ़ रहे हैं । इससे राज्य सरकार की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा है । कुत्तों के हमले रोकने के लिये इंतजाम करने का दावा किया था । दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने कहा कि प्रदेश सरकार के लिये इससे ज्यादा शर्मनाक क्या हो सकता है कि कुत्ते बच्चों को अपना शिकार बना रहे है । ऐसा लगता है कि प्रदेश में जंगल राज आ गया है ।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री शुक्रवार को सीतापुर गये थे और उन्होंने कुत्तों के काटने से मारे गये बच्चो के परिजनो से मुलाकत की थी । उन्होंने पीड़ित बच्चों के परिजनो को दो दो लाख रूपये की सहायता तथा घायल बच्चों के इलाज के लिये 25 हजार रूपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी । मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को प्रभावित थाना क्षेत्र एवं समीपवर्ती गांवों में प्रधान कोटेदार/लेखपाल/कांस्टेबल तथा अन्य ग्रामवासियों की टीम गठित कर खूंखार कुत्तों से बच्चों की निगरानी व उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था ।