नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गो प्रेम और गोवंश के प्रति उनकी संजीदगी हर किसी ने देखी है। शायद यही वजह है कि यूपी में आए दिन गोरक्षा पर सरकार की ओर से ना सिर्फ नए फरमान जारी होते हैं बल्कि उन पर काफी हद तक अमल भी होता है। पिछले दिनों ही आवारा गोवंशों को पकड़कर 10 जनवरी तक गोशालाओं में पहुंचाने का फरमान जारी हुआ था जिसके बाद निगम से लेकर तमाम प्रशासनिक अफसर दिन-रात एक कर गोवंशों को पकड़ने में लग गए थे और अब इन गोवंशों की देखरेख के लिए योगी सरकार ने एक और कदम उठाया है।
गायों के रख रखाव के लिए यूपी सरकार 165 करोड़ रुपए का अतिरिक्त खर्च करेगी और ये रकम यूपी में बिकने वाली शराब पर लगाई गई एडिशनल फीस से वसूली जाएगी। सरकार इस कमाई के लिए बीयर की बोतलों को भरने पर 1 से 3 रुपए तक की एडिशनल फीस वसूलेगी। साथ ही यूपी में बनने वाली बीयर पर भी 50 पैसे से 2 रुपए तक की स्पेशल फीस लेगी। वहीं होटल और बार में विदेशी शराब पर 10 और बीयर की बोतल पर 5 रुपए वसूले जाएंगे।
इस तरह जो अतिरिक्त कमाई होगी उसे गायों के कल्याण और उनके रखरखाव पर खर्च किया जाएगा। हालांकि समाजवादी पार्टी ने इस फैसले के लिए सरकार पर निशाना साधा है। ऐसा नहीं है कि गाय के लिए एक्शन मोड में सिर्फ योगी सरकार है। मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार भी गोमाता के लिए गोशाला बनवा रही है तो अब बीजेपी ने गायों के अंतिम संस्कार के लिए श्मशान बनाने का फैसला किया है
भोपाल नगर निगम में काबिज बीजेपी गाय के लिए देश का पहला मुक्तिधाम बनाएगी जहां गाय की स्वाभाविक या असमय मौत पर उसका अंतिम संस्कार होगा। भोपाल में नगम निगम की 61 एकड़ जमीन में से 5 एकड़ जमीन तय कर ली गई है और नगर निगम की तरफ से एक करोड़ का फंड भी आवंटित किया जा चुका है।