लखनऊ: उत्तर प्रदेश के एग्जिट पोल नतीजे त्रिशंकु विधानसभा की ओर संकेत करते हैं। ऐसे में राज्य के मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने बीजेपी को सत्ता से बाहर रखने के लिए किसी अन्य दल से गठबंधन से गुरुवार को इनकार नहीं किया। एग्जिट पोल के नतीजे दर्शाते हैं कि सपा-कांग्रेस गठबंधन, बीजेपी और बीएसपी में से किसी को भी 202 का जादुई आंकड़ा हासिल नहीं होगा।
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अखिलेश ने एक टीवी चैनल से कहा कि बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के लिए वह हर संभावना तलाशने को तैयार हैं। अखिलेश ने कहा, ‘कोई नहीं चाहता कि राष्ट्रपति शासन लगे और बीजेपी रिमोट कंट्रोल से सरकार चलाए। सपा-कांग्रेस को पर्याप्त सीटें मिलेंगी और वह अपने दम पर सरकार बनाएगी लेकिन जरूरत पड़ेगी तो देखते हैं।’
बीएसपी के साथ गठबंधन पर यह बोले अखिलेश
यह पूछने पर कि क्या वह बसपा के साथ गठबंधन करेंगे, अखिलेश ने कहा, ‘मैं अभी गठबंधन के बारे में बात नहीं करूंगा, क्योंकि मैं बसपा सुप्रीमो को एक रिश्ते से संबोधित करता रहा हूं, लोग उनके साथ गठबंधन की बात सोच सकते हैं। लेकिन अभी कहना मुश्किल है।’ अखिलेश मायावती को हमेशा से अपनी बुआ कहते आए हैं। मतगणना शनिवार को होगी। ऐसे में सपा मुखिया का बयान मायने रखता है।चुनाव प्रचार के दौरान राहुल ने की थी मायावती की तारीफ
गौर करने की बात यह भी है कि पूरे चुनाव प्रचार के दौरान मायावती ने एक बार भी कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना नहीं साधा और राहुल ने बीएसपी सुप्रीमो की तारीफ के कसीदे पढ़े। राहुल ने कहा कि मायावती के लिए उनका सम्मान है और वह बसपा को नहीं बल्कि बीजेपी को देश के लिए खतरा मानते हैं।
राजेंद्र चौधरी ने कहा, सीएम के बयान की जानकारी नहीं
सपा मुखिया की टिप्पणी पर पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री के बयान की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, ‘मैं यही कह सकता हूं कि सपा-कांग्रेस 11 मार्च को बहुमत पाएगी और हम सरकार बनाएंगे।’ संपर्क करने पर कांग्रेस नेता संजय सिंह ने कहा कि इस समय कुछ कहना सही नहीं है।