लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सपा से अलग होकर नयी पार्टी बनाने वाले अपने चाचा शिवपाल सिंह यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी को परोक्ष रूप से भाजपा की सहयोगी टीम करार दिया है। संवाददाताओं से बातचीत में इस सवाल पर कि क्या वह सपा से बगावत करके अलग पार्टी बनाने वाले अपने विधायक शिवपाल के खिलाफ कोई कार्रवाई करेंगे, अखिलेश ने अपने चाचा की पार्टी को परोक्ष रूप से भाजपा की सहयोगी करार दे दिया।
उन्होंने कहा ‘‘सपा की लड़ाई सिर्फ भाजपा से है, और भाजपा की किसी भी ए, बी, सी, डी, ई, एफ, जी, एच, वाली टीम से लड़ाई नहीं है।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या सपा शिवपाल की विधानसभा सदस्यता समाप्त कराएगी, अखिलेश ने तंज भरे अंदाज में कहा ‘‘सपा कोई भी ऐसा काम नहीं करेगी, जिससे अन्याय दिखायी दे।‘‘
मालूम हो कि अखिलेश के सपा अध्यक्ष बनने के बाद हाशिये पर पहुंचे उनके चाचा शिवपाल ने गत 29 अगस्त को समाजवादी सेक्युलर मोर्चा गठित किया था, जो चुनाव आयोग में पंजीयन के बाद ‘प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया‘ हो गयी है।
आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने का एलान करने वाले शिवपाल ने काफी तेजी से अपने संगठन का विस्तार किया है। उनका दावा है कि उनकी पार्टी चुनाव में विरोधियों को कड़ी टक्कर देगी। उनके समर्थकों का दावा है कि प्रगतिशील समाजवादी पार्टी मौजूदा सपा का स्थान ले लेगी।