नई दिल्ली: हाथरस की घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कड़ा रुख अख्तियार करते हुए पुलिस अधीक्षक, तत्कालीन क्षेत्राधिकारी और प्रभारी निरीक्षक समेत कई जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित करने का आदेश दिया जिसके बाद इन अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया। इस मामले को लेकर पूरे देश में आक्रोश फैला हुआ है। वहीं इस मामले पर शिया धर्मगुरु कल्बे जव्वाद ने कहा कि आरोपियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।
उन्होंने ऐसी घटनाओं को सरकार की नाकामी न मानते हुए कहा कि योगी जी हर गांव में मौजूद नहीं रह सकते। शिया धर्मगुरु ने कहा, "हाथरस में हुई घटना पर यूपी सरकार ने कहा कि हम उसकी जांच करवाएंगे और हम भी यही चाहते हैं। इस घटना की सही तरीके से जांच हो और दोषी को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।"
क्या इस घटना को उत्तर प्रदेश सरकार की नाकामी मानी जाए? इस सवाल के जवाब में मौलाना जव्वाद ने कहा, "नाकामी नहीं है, क्योंकि हर गांव में योगी मौजूद नहीं हैं। असली चीज तो सजा देना होती है। हमको यही देखना चाहिए कि आरोपी को, कातिल को सजा मिली या नहीं।"
उन्होंने कहा, "देर रात में अंतिम संस्कार कर दिए जाने की भी जांच होनी चाहिए कि आखिर ऐसा क्यों हुआ और ऐसे लोगों को कड़ी सजा मिलनी चहिए, तब हम समझेंगे की योगी सरकार ने इंसाफ किया है।" हाथरस मामले पर तमाम विपक्षी पार्टियां योगी सरकार पर निशाना साध रही हैं, वहीं आम लोग भी हाथरस की बेटी को न्याय दिलाने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं।
इस बीच कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और प्रियंका गांधी एक बार फिर यूपी के हाथरस में पीड़ित परिवार से मिलने के लिए दिल्ली से निकल चुके हैं। प्रशासन की तरफ से केवल प्रियंका गांधी और राहुल गांधी समेत 5 लोगों को हाथरस जाने की अनुमति दी गई है। वह दिल्ली के DND फ्लाइवे से होते हुए हाथरस जाए रहे है। ऐसे में DND पर बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात है। बताया जा रहा है कि प्रियंका गांधी खुद गाड़ी ड्राइव कर रही है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को स्पष्ट कर दिया कि वह किसी भी कीमत पर मंगलवार को मारी गई हाथरस की लड़की के परिवार से मिलेंगी। टाटा सफारी गाड़ी में राहुल गांधी के साथ यहां कांग्रेस मुख्यालय छोड़ने के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, मैं किसी भी कीमत पर हाथरस का दौरा करूंगी, भले ही पुलिस हमें अनुमति न दे।
(Input IANS)